सादे ढंग से दो जगह हुआ रावण, कुभंकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन
पुरानी दाना मंडी स्थित दशहरा कमेटी व नवीन कला मंदिर ने दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया।
तरलोक नरूला, मोगा : पुरानी दाना मंडी स्थित दशहरा कमेटी व नवीन कला मंदिर ने दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया। दोनों आयोजकों के तत्वावधान में बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देते हुए दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इस दौरान मुखाग्नि देने के लिए श्री राम स्वरूप बने गुरप्रीत काली, दशहरा कमेटी के प्रधान मोहन लाल सेठी के साथ डीएसपी बलजिदर सिंह भुल्लर पहुंचे तथा उन्होंने भी अच्छे कर्म करने व जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस बार दशहरा पर्व कोरोना महामारी के चलते एवं जिला प्रशासन की हिदायतों की पालना करते हुए सादे ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर दशहरा कमेटी के प्रधान मोहन लाल सेठी उपाध्यक्ष सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, डा. पीएन महाजन, प्रिस अरोड़ा, महासचिव ओमकार सिगला, कोषाध्यक्ष आरसी चावला, अशोक मनचंदा, विजय सिगला, संजीव सूद, राकेश भल्ला, सुरिदर बांसल, मक्खन लाल, बलवंत अग्रवाल, संतराम, मास्टर दर्शन गुप्ता, वेदव्यास कांसल, राकी सचदेवा, मदन लाल, गौरव गर्ग, अतुल गुप्ता, संदीप जिदल व रमेश कुमार के अलावा दशहरा कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। नवीन कला मंदिर ने किया दहन
पुरानी सब्जी मंडी स्थित नवीन कला मंदिर द्वारा दशहरा पर्व के अवसर पर रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इस दौरान चेयरमैन रमेश कुक्कू ने पुतलों को मुखाग्नि दी। चेयरमैन रमेश कुक्कू व सचिव रमन माकड़, डा. मालती थापर, डा. पवन थापर, हरीश जिदल, शरद सूद, हरीश धीर, तरुण सिगला, रमीकांत जैन, बिट्टू गांधी, प्रदीप गोली, सागर मेहरा, वंश बब्बर, मनी सचदेवा, नीतिश गर्ग, कृष्ण गांधी, अरमान गर्ग, रनविदर सिंह पप्पू, नवदीप सिघा, दीपेंद्र संधू, हरी सिंह खाई, राकेश सितारा व पूर्व पार्षद गुरविदर सिंह बबूल आदि उपस्थित थे। पूरा दिन मुस्तैद रहा प्रशासन
पुलिस प्रशासन डीएसपी सिटी बलजिदर सिंह भुल्लर के नेतृत्व में पुलिस टीमें मुस्तैद रहीं। पुलिसकर्मी जला प्रशासन की हिदायतों की पालना को लेकर मास्क व फिजिकल डिस्टेंसिग बनाए रखने पर बल दे रहे थे। सुबह से आने लगे श्रद्धालु
पुरानी दाना मंडी स्थित दशहरा कमेटी व पुरानी सब्जी मंडी नवीन कलां मंदिर में रविवार सुबह जैसे ही रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले खड़े कर दिए गए तो श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया तथा इस दौरान आने वाले श्रद्धालुओं ने जौ चढ़ाकर अपनी श्रद्धा प्रकट की। इस दृश्य को आंखों में कैद करने के लिए छतों पर चढ़े हुए दिखाई दिए।