आतंकी संगठन KLF से जुड़े पंजाब में तिरंगे का अपमान करनेवालों के तार, दोनों आरोपित गिरफ्तार
पंजाब के मोगा मेेंं राष्ट्रीय ध्वज का अपमान के मामले का कनेक्शन खलिस्तानी आतंकी संगठन केएलएफ से जुड़ गया है। इसके दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मोगा, [सत्येन ओझा]। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जिला मिनी सचिवालय की पांचवीं मंजिल पर तिरंगे का अपमान करने और खालिस्तान लिखा झंडा लगाने वाले आरोपितों जसपाल सिंह और इंद्रजीत सिंह आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदा फोर्स (केएलएफ) से जुड़े हैैं। घटना के 15 दिन बाद दोनों को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव की टीम ने करनाल रोड (नार्थ दिल्ली) से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपितों में मुक्तसर के एएसआइ का बेटा भी शामिल, दिल्ली पुलिस ने पकड़े, लाए जाएंगे मोगा
आरोपितों को राहदारी वारंट पर लेने के लिए डीएसपी सिटी बरजिंदर सिंह भुल्लर 18 सदस्यों की टीम के साथ दिल्ली के लिए निकल गए। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि दोनों के केएलएफ के साथ संबंध होने की पुख्ता सूचनाएं मिली हैैं। कागजी कार्रवाई पूरी करके दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच 31 अगस्त की सुबह तक मोगा लाया जाएगा।
घटना के बाद से फरार चल रहे आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए मोगा पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। देशद्रोह का मामला दर्ज करके सभी राज्यों में लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। इस मामले में घटनाक्रम का वीडियो बनाने वाले फिरोजपुर के आकाशदीप ने मोगा पुलिस के समक्ष 19 अगस्त को ही आत्मसमर्पण कर दिया था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाला आरोपित जसपाल सिंह ही मास्टरमाइंड है। उसके पिता चमकौर सिंह मुक्तसर में एएसआइ हैं। जसपाल और इंद्रजीत सिंह मोगा के गांव रौली के रहने वाले हैैं और करीबी रिश्तेदार हैं। जसपाल सिंह गांव में फोटोस्टेट की दुकान करता था। इंद्रजीत के माता-पिता का कहना है कि कुछ समय से इंद्रजीत ने जसपाल के साथ कोई बिजनेस शुरू किया था। बिजनेस के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है, बस इतना ही पता है कि वह पैसे कमाने लग गया था।