प्रेमी ने फंदा लगाकर मौत को गले लगाया
10 साल के प्रेम संबंधों को जब रिश्ते का नाम मिलने वाला था तभी ममेरे भाई ने अपनी बहन व उसकी मां के सामने ऐसी शर्त रख दी कि बहन का घर बसने से पहले ही उजड़ गया।
संवाद सहयोगी, मोगा: 10 साल के प्रेम संबंधों को जब रिश्ते का नाम मिलने वाला था, तभी ममेरे भाई ने अपनी बहन व उसकी मां के सामने ऐसी शर्त रख दी कि बहन का घर बसने से पहले ही उजड़ गया। फुफेरी बहन के साथ अब खुद को भी जेल जाना पड़ेगा। प्रेमिका से अलग होने के दुख में प्रेमी ने जहर निगल लिया। उसकी अस्पताल में मौत हो गई। युवक के सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने प्रेमिका, उसकी मां व प्रेमिका के ममेरे भाई के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है।
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ममेरा भाई के साथ शादी में हुआ था झगड़ा
एएसआइ बलबीर सिंह ने बताया कि गांव मीनियां निवासी 24 साल के दिलप्रीत सिंह का अपनी ही गांव की युवती गुरमीत कौर के साथ प्रेम संबंध चल रहे थे। इसकी जानकारी दोनों के परिवारों को भी थी। प्रेमी युगल जब बालिग हुए तो दोनों के परिवारों की मर्जी से उनकी शादी की तैयारियां शुरू हो गई थीं। प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को आइलेट्स कराया। साथ ही उसके घर को रेनोबेट करवाया था।
जनवरी में गुरमीत कौर की बड़ी बहन की शादी हुई थी, इस शादी में गुरमीत कौर के मामा का बेटा राजवीर सिंह भी आया था। किसी बात को लेकर शादी के दौरान दिलप्रीत सिंह के साथ राजवीर सिंह का विवाद हो गया। इस विवाद के बाद राजवीर सिंह ने अपनी फुफेरी बहन गुरमीत की मां परमजीत कौर से कहा कि वह अब किसी भी कीमत पर दिलप्रीत सिंह के साथ गुरमीत की शादी नहीं करें, अगर उन्होंने शादी कर दी तो उसका परिवार उनके साथ संबंध तोड़ देंगे। मामा के बेटे की इस शर्त के बाद सामाजिक सरोकार को देखते हुए गुरमीत कौर की मां परमजीत कौर ने शादी से मना कर दिया, जबकि इससे पहले तक दोनों ही परिवार शादी के लिए तैयार थे, वे उनके रिश्ते के बारे में काफी पहले से जानते भी थे।
परिवार की मजबूरियों के आगे गुरमीत कौर भी शादी से पीछे हट गई, इस बात से दिलप्रीत सिंह परेशान हो गया। सुसाइड नोट में उसने प्रेम संबंधों की पूरी जानकारी के साथ ही राजवीर सिंह के साथ हुए विवाद के बाद प्रेमिका द्वारा शादी से मना किए जाने की बात लिखी है। बाद में उसने अपने पिता को व्हट्सएप मैसेज भी भेज किया कि वह आत्महत्या कर रहा है, पिता जब तक इस संदेश को देख पाता, उससे पहले दिलप्रीत सिंह ने घर के ही कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता ने जैसे ही व्हट्सएप मैसेज देखा, दौड़कर उसके कमरे में गए, कमरा बंद था, अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर दिलप्रीत सिंह को बाहर निकला। उसके परिवार के लोग बाघापुराना के दीप हास्पिटल ले गए, जहां से उसे गंभीर हालत में निहालसिंह वाला अस्पताल ले गए, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद गुरमीत कौर, परमजीत कौर व राजवीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।