रेलवे क्वार्टरों के पास करवाई स्प्रे व फॉगिंग
शहर के रेलवे स्टेश्नर पर क्वार्टरों के पास उगी झाडि़यों व खडे पानी में डेंगू का लारवा पैदा होने की आशंका को लेकर दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस के आदेश पर सिविल सर्जन द्वारा हेल्थ सुपरवाइजर महिद्रपाल लूंबा के नेतृत्व में 7 सदस्यता टीम को लारवा को नष्ट करवाने और पूरे इलाको में स्प्रे व फागिग करने के लिए रवाना किया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा : शहर के रेलवे स्टेश्नर पर क्वार्टरों के पास उगी झाडि़यों व खडे पानी में डेंगू का लारवा पैदा होने की आशंका को लेकर दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस के आदेश पर सिविल सर्जन द्वारा हेल्थ सुपरवाइजर महिद्रपाल लूंबा के नेतृत्व में 7 सदस्यता टीम को लारवा को नष्ट करवाने और पूरे इलाको में स्प्रे व फागिग करने के लिए रवाना किया गया।
सेहत विभाग की टीम की ओर से रेलवे कॉलोनी में सभी इमारतों व दफ्तरों की जांच की गई। इस जांच दौरान टीम को एक गैर रिहायशी इमारत में सिर्फ एक कूलर से डेंगू का लारवा मिला, जिसको मौके पर नष्ट करवा दिया गया। उन्होंने एहतियात के तौर पर नालियों व खड़े पानी में स्प्रे करवाया गया और कुछ स्थानों पर फागिग भी करवाई गई। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के कारण किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई और न ही कोई डेंगू से गंभीर पीड़ित मरीज है। उन्होंने बताया कि गत शुक्रवार को ही रेलवे अफसर राकेश कुमार को खुले में टंकियों व अन्य स्थानों पर सफाई करवाने के लिए नोटिस भी दिया गया था, जिसके बाद वहां सफाई करवा दी गई है। अब तक मोगा जिले में कुल 83 मरीज डेंगू के पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से 49 मोगा शहर, 30 ग्रामीण इलाकों में से व चार मोगा जिले के बाहर के हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में से धर्मकोट एरिया सबसे अधिक प्रभावित है, जहां से 13 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। डेंगू का ब्रीडिग सीजन पूरे जोर पर है और उपयुक्त तापमान होने के कारण मरीज ज्यादा आ रहे हैं। ज्यादातर केस पॉश इलाकों से आ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण दिन समय पर कोठियों का बंद होना है, क्योंकि जब सेहत विभाग की टीमें जांच करने के लिए जातीं हैं तो यह कोठियां बंद होती है। डेंगू के प्रभावित इलाका की सूची नगर निगम मोगा को स्प्रे व फागिग करवाने के लिए भेजी जा चुकी है।