अवैध पार्किग से जाम रहता है रेलवे रोड व मेन बाजार
समय दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे। स्थान रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे। सड़क के दोनों ओर लगभग आधा-आधा किलोमीटर तक लोग अपनी गाड़ियां खड़ी कर गायब हो गए थे।
संजीव गुप्ता, मोगा : समय दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे। स्थान रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे। सड़क के दोनों ओर लगभग आधा-आधा किलोमीटर तक लोग अपनी गाड़ियां खड़ी कर गायब हो गए थे। कुछ गाड़ियां तो इस कदर खड़ी की गई थीं कि सड़क का बड़ा हिस्सा घेरे हुई थीं। लोग जाम में फंसे कराह रहे थे, ठीक उस समय ट्रैफिक पुलिस मेन बाजार रेलवे फाटक पर पूरी धड़ाधड़ आने-जाने वाले लोगों के वाहनों का चालान काट रही थी, लेकिन ट्रैफिक जाम में फंसे लोगों की चिता पुलिस को नहीं थी
बता दें कि शहर में दिन के समय लगभग एक दर्जन सवारी व मालगाड़ियां मोगा से होकर गुजरती हैं। फिरोजपुर या लुधियाना की तरफ ट्रेन ट्रैक पर आते ही नेस्ले इंडिया फाटक से लेकर बेदीनगर स्थित बंद फाटक तक शहर में लगभग चार किलोमीटर में बने करीब चारों रेलवे फाटक बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान शहर दो हिस्सों में बंट जाता है। शहर को जोड़ने के लिए एक मात्र मेन बाजार स्थित अंडरब्रिज ही रह जाता है, जहां से लोग टर्न होकर बड़ी संख्या में गुजरते हैं। वहीं मेन बाजार, रेलवे रोड पर आने वाले लोग अंडरब्रिज की सड़क को दोनों ओर पार्किंग के रूप में इस्तेमाल कर गाड़ियां खड़ी कर घंटों तक गायब हो जाते हैं। उधर दिन में लगभग चार से साढ़े घंटे तक रेलवे फाटक बंद होने के कारण ज्यादातर वाहन इसी रास्ते से गुजरते हैं। दोनों तरफ खड़े रहने वाले वाहनों के कारण पूरा रास्ता जाम हो जाता है। यहां पर लगने वाले जाम का सीधा असर मेन बाजार, रेलवे रोड क्षेत्र में पड़ता है। हैरानी की बात है कि अंडरब्रिज से श्यामलाल थापर चौक की तरफ आने पर यहां पर अक्सर पुलिस मुलाजिम वाहनों के चालान काटते हुए दिखाई दे जाते हैं, लेकिन न तो जाम में फंसे लोगों की मदद करने पर ध्यान देते हैं न ही ट्रैफिक रेगूलेट करने की तरफ उनका किसी प्रकार का ध्यान होता है। शुक्रवार की दोपहर में भी लगभग यही हाल था। अंडरब्रिज से निकलना है मुश्किल
ड्राइवर लालचंद का कहना है कि रेलवे फाटक बंद होने पर अंडरब्रिज के नीचे से गुजरना किसी मुश्किल से कम नहीं होता है। कई लोग तो सड़क के बीच में गाड़ी खड़ी कर देते हैं, जिससे सड़क का काफी बड़ा हिस्सा घिर जाता है, न तो पुलिस कोई कार्रवाई करती है, किसी से आपत्ति करते हैं तो वह लड़ने को उतारू हो जाता है। दिन भर रहता है जाम
विजयंत गुप्ता का कहना है कि शामलाल थापर चौक पर अंडरब्रिज के नीचे अवैध रूप से पार्किंग होने के कारण दिन भर जाम के हालात बने रहते हैं। पुलिस इस चौराहे पर तैनात होने के बावजूद किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, पुलिस की नजर सिर्फ दोपहिया वाहनों पर ही रहती है, या तो दोपहिया वाहनों के चालान में व्यस्त रहते हैं या फिर मोबाइल फोन पर बातें करते दिख जाते हैं। रेलवे की जगह में बन सकती है पार्किंग
अंकित ग्रोवर का कहना है कि नेचर पार्क के निकट रेलवे की जगह में अस्थायी रूप से पार्किंग बनाकर ट्रैफिक की बड़ी समस्या का हल किया जा सकता है। नेचर पार्क के सामने भी काफी जगह खाली पड़ी है, जहां गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, उस जगह का उपयोग भी पार्किंग के रूप में करके शहर में ट्रैफिक की बड़ी समस्या का हल किया जा सकता है।