रामशरणम् आश्रम में साप्ताहिक प्रार्थना सभा करवाई
श्री राम शरणम आश्रम में वीरवार की रात्रि साप्ताहिक प्रार्थना सभा का आयोजित की गई।
संवाद सहयोगी, मोगा : श्री राम शरणम आश्रम में वीरवार की रात्रि साप्ताहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। ठिठुरती सर्दी में साधक भाई बहन दूर-दूर से गुरु चरणों में नतमस्तक होने के लिए उपस्थित हुए। प्रार्थना सभा का प्रारंभ 15 मिनट परमेश्वर के ध्यान के साथ हुआ। उसके उपरांत भजनों का सिलसिला शुरू हुआ जिसमें नन्हीं बच्ची परी जिदल ने अपनी मधुर आवाज में भजन तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना जिसे मैं उठाने के काबिल नहीं हूं, आ तो गया हूं मगर जानता हूं तेरे दर पर आने के काबिल नहीं हूं, संजय अरोड़ा ने भजन मेरे जीवन का सहारा मेरे सतगुरु तू ही है, का गायन किया। प्रार्थना में प्रदीप बजाज ने कहा जो लोग सच्चे मन के साथ गुरु चरणों का अनुसरण करते हैं उन्हें कभी पीछे मुड़कर देखने की नौबत नहीं आती। उनकी उन्नति और तरक्की का मार्ग स्वयं प्रशस्त होता है। जिस गुरु ने हम पर इतनी रहमतें की और आशीर्वाद बनाया ऐसे गुरु के प्रति कभी संदेह नहीं चाहिए। समय और स्वास्थ्य के रहते अधिक से अधिक सेवा हो,ऐसी सोच होनी चाहिए। स्वामी सत्यानंद महाराज का कहना है कि साधक को संयम में रहना चाहिए एक गुरु से यही प्रार्थना याचना करनी चाहिए कि अंतिम सांस तक गुरु चरणों के साथ जुड़े रहें द्य जो एक बार इस मार्ग से फिसल गया फिर कहीं ठिकाना नहीं मिलता। गुरु हमारी मां की तरह संभाल करते हैं द्य पग-पग पर सहाई होते हैं। अंत में निधि गोयल द्वारा मिलकर करें हम प्रार्थना,सफल हो सबकी कामना के साथ प्रार्थना सभा का समापन हुआ।