नन्ही कली जलाएगी शिक्षा की अलख
मोगा : पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने नन्हीं कली संस्था के साथ मिलकर दामिनी प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसके तहत मोगा जिले की एक हजार गरीब लड़कियों की अकादमिक शिक्षा का पूरा खर्च उठाया जाएगा।
संवाद सहयोगी, मोगा : पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने नन्हीं कली संस्था के साथ मिलकर दामिनी प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसके तहत मोगा जिले की एक हजार गरीब लड़कियों की अकादमिक शिक्षा का पूरा खर्च उठाया जाएगा।
जरूरतमंद बच्चियों की तलाश करने समेत उन्हें स्कूलों में पढ़ाने तक की जिम्मेदारी नन्ही कली संस्था की होगी, जोकि मोगा में पहले से छह हजार जरूरतमंद लड़कियों की पढ़ाई का खर्च कर रही है, लेकिन इस बार इन एक हजार लड़कियों की पढ़ाई के लिए पैसे व अन्य हर प्रकार की सुविधा पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी ही नन्ही कली संस्था को देगी।
सोमवार को पीएनबी मेटलाइफ व नन्ही कली संस्था द्वारा गांव दुन्नेके के प्राइमरी स्कूल में करवाए गए समागम के दौरान नन्ही कली संस्था की डायरेक्टर शीतल मेहता और पीएनबी मेटलाइफ इंशोरेंस के चीफ मार्कि¨टग अफसर निपुन कौशल ने उक्त जानकारी संयुक्त रूप से दी।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा करवाए गए सर्वे के दौरान मोगा और फिरोजपुर देश के पिछड़े शहरों में शुमार पाए गए थे। इसलिए पीएनबी मेटलाइफ इंशोरेंस कंपनी द्वारा नन्ही कली संस्था के साथ शुरू किए जा रहे दामिनी प्रोजेक्ट के लिए पंजाब में सबसे पहले मोगा शहर को चुना है। हालांकि मोगा के अलावा पीएनबी मेटलाइफ द्वारा वाराणासी में भी एक हजार बच्चियों को शिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों को दी जाएगी प्रमुखता
नन्ही कली संस्था की डायरेक्टर शीतल मेहता का कहना है कि दामिनी योजना के तहत उनकी टीम मोगा के स्लम एरिया में सर्वे करेगी और प्राइमरी से लेकर दसवीं कक्षा तक की शिक्षा प्रदान करवाने के लिए बच्चियों का चयन किया जाएगा, जिन बच्चियों को उनकी संस्था द्वारा गोद लिया जाएगा, उनकी पूरी जिम्मेदारी नन्ही कली संस्था की तय हो जाएगी। यानि अगर कोई भी बच्ची स्कूल या फिर सेंटर में तीन दिन लगातार गैरहाजिर रहती है तो संस्था की एक टीम बच्ची के घर जाएगी और पढ़ाई से टूटने के हर एक कारण को दूर करने का प्रयास करेगी। वहीं पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस के चीफ मार्केटिंग अफसर निपुन कौशल ने कहा कि मोगा समेत वाराणासी में उनकी कंपनी द्वारा दो हजार बच्चियों को अकादमिक शिक्षा देने का टीचा रखा गया है और उनकी कंपनी द्वारा जल्दी इस योजना के तहत विस्तार करते हुए और बच्चियों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाएगा।