मंडी में धान खरीद के नाम पर खत्म हो पास व्यवस्था :आढ़ती
मोगा जब पंजाब सरकार ने कोविड केयर सेंटर बंद कर दिए। हर रोज होने वाले सैकड़ों किसानों के प्रदर्शन पर रोक नहीं है तो फिर सरकार मंडी में धान फसल के नाम पर पास व्यवस्था बनाकर खरीद को क्यों प्रभावित कर रही है। यह बात नई दाना मंडी में कांग्रेस विधायक डा. हरजोत कमल से आढ़तियों ने कही है।
संवाद सहयोगी, मोगा
जब पंजाब सरकार ने कोविड केयर सेंटर बंद कर दिए। हर रोज होने वाले सैकड़ों किसानों के प्रदर्शन पर रोक नहीं है, तो फिर सरकार मंडी में धान फसल के नाम पर पास व्यवस्था बनाकर खरीद को क्यों प्रभावित कर रही है। यह बात नई दाना मंडी में कांग्रेस विधायक डा. हरजोत कमल से आढ़तियों ने कही है। विधायक आढ़तियों की समस्याएं सुनने के लिए दाना मंडी पहुंचे हुए थे।
इस दौरान आढ़तियों ने बताया कि हर साल मंडियों में जब खरीद चरम पर होती थी, तो वे एक दिन में 500 से 600 क्विंटल धान खरीदते थे। मगर, इन दिनों आढ़तियों को प्रतिदिन दो से पांच पर्चियां ही धान खरीद के लिए मिल रही हैं। पांच पर्चियों से आढ़ती एक दिन में अधिकतम 35 क्विंटल धान ही खरीद सकता है। ऐसे में मंडी में धान खरीद की रफ्तार बेहद सुस्त है और इससे सभी को मुश्किल आ रही है।
इस दौरान आढ़ती एसोसिएशन के सचिव दीपक तायल ने बताया कि मोगा में आढ़तियों की धान के पिछले सीजन का साढे़ पांच करोड़ रुपये लेबर व कमीशन का बकाया है, ये राशि तत्काल सरकार से दिलवाई जाए।
इस अवसर पर विधायक डा. हरजोत कमल ने भरोसा दिया कि वह इस समस्या को लेकर तत्काल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से बात करके इसका हल कराएंगे। किसानों व आढ़तियों को मंडियों में परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
इस दौरान विधायक ने मंडी में सफाई, पानी आदि की व्यवस्था को मौके पर ही हल कराया। इस अवसर पर नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन विनोद बांसल, मार्केट कमेटी के चेयरमैन राजेन्द्रपाल सिंह गिल सिघावाला, सचिव वजीर सिंह, सदस्य प्रभजीत सिंह काला, कमलजीत कौर, केवल सिंह काहन सिंह वाला, चरणजीत कौर लंडेके, गुरमेल सिंह जैमलवाला, तीर्थ सिंह अध्यक्ष, आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष रणबीर सिंह लाली, हरिदर सिंह टिकू, राम निवासख् जगदीप सिंह जग्गू, बलौर सिंह, गोल्डी बांसल, सुपरवाइजर परमिदर सिंह, सुखमन्द्र सिंह, जगदीप सिंह, कांग्रेस नेता जगसीर सीरा लंडेके, अंकुर मित्तल, अशोक कुमार, धीरज कुमार, गुरप्रीत, दीशा ददाहुर आदि भी उपस्थित थे।