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सब्जीमंडी में बिकने वाला पपीता व आम अनसेफ घोषित

मोगा : सावधान, कहीं आप स्वाद के चक्कर में जहर तो नही खा रहें। जी हां ऐसा ही एक सनसनीखेज खुलासा फूड विभाग द्वारा भरे गए पपीते व आम के सैंपलों की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में लैब की ओर से पपीते व आम को पूरी तरह से अनसेफ करार दिया गया है। यानि इस पपीते व आम को खाना इंसानों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 06:06 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 06:06 PM (IST)
सब्जीमंडी में बिकने वाला पपीता व आम अनसेफ घोषित
सब्जीमंडी में बिकने वाला पपीता व आम अनसेफ घोषित

रोहित शर्मा, मोगा : सावधान, कहीं आप स्वाद के चक्कर में जहर तो नही खा रहें। जी हां ऐसा ही एक सनसनीखेज खुलासा फूड विभाग द्वारा भरे गए पपीते व आम के सैंपलों की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में लैब की ओर से पपीते व आम को पूरी तरह से अनसेफ करार दिया गया है। यानि इस पपीते व आम को खाना इंसानों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। रिपोर्ट आने के बाद से जिला फूड विभाग ने उक्त कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई को कमर कस ली है, लेकिन उससे पहले फूड विभाग की ओर से पपीता व आम बेचने वाले दोनों कारोबारियों को फिर एक मौका दिया जा रहा है कि वह अपने पपीते व आम के सैंपल दोबारा लैब में चैक करवा सकते हैं। दोबारा सैंपल की रिचै¨कग के लिए जिला फूड विभाग के पास करीब छह माह का समय है, अगर इस जिला फूड विभाग को कोई जवाब नही दिया जाता या फिर दोबारा सैंपलो की रिचै¨कग में रिपोर्ट अनसेफ आ जाती है तो फूड विभाग कारोबारियों के खिलाफ अदालत में केस दायर कर देगा, और फूड विभाग द्वारा केस दायर करने के बाद एडीसी की अदालत में उक्त केसों का महज तीन माह में ही फैसला कर दिया जाएगा। मसाले से पकाया जाता है पपीता व आम

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बता दें कि 15 जून की सुबह जिला फूड विभाग की टीम ने सब्जीमंडी में दबिश कर आरके फ्रूट कंपनी नामक दुकान से लगभग 20 ¨क्वटल पपीता बरामद किया था। इस दौरान टीम ने कैल्शियम कारबाइड नामक एक मसाला भी दुकान से बरामद किया था, जिसके जरिए दुकानदार द्वारा कच्चे पपीते को पकाया जा रहा था। इस दौरान टीम ने मौके पर ही पपीते की सैंप¨लग कर बाकी के पपीते को नष्ट करवा दिया था। इसी प्रकार अगले ही दिन फूड विभाग की टीम ने सब्जीमंडी से ही मसाले से पकाया करीब एक ¨क्वटल आम पकड़कर मौके पर ही नष्ट करवा दिया था। उक्त दोनों फ्रूट्स को जिस मसाले से पकाया गया था, उससे इंसान को कैंसर की बीमारी हो सकती है, ऐसा फूड विभाग की टीम ने तब खुलासा किया था। लेकिन अब दोनों फ्रूट्स की अनसेफ आई रिपोर्ट के बाद साफ हो गया है कि लोगों को फ्रूट्स के नाम पर मीठा जहर बेचा जा रहा है। फोटो-34

लोगों की सेहत से खिलवाड़ बर्दाशत नही : खौसला

फूड इंस्पेक्टर अभिनव खौसला का कहना है कि दोनों कारोबारियों के पास फूड सेफ्टी लाइसेंस भी नही है, रिपोर्ट अनसेफ आने के बाद उन्हें सैंपलों की रिचै¨कग के लिए एक मौका दिया जा रहा है और इसके बाद उनकी ओर से दोनों मामलों को अदालत में दायर कर दिया जाएगा, जहां अदालत दोनों केसों में जुर्माने के साथ साथ कैद की सजा भी सुना सकती है।


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