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जिले में मात्र एक विधायक व उनके गनमैनों ने करवाया डोप टेस्ट

जिले भर में से 1635 लोगों द्वारा डोप टेस्ट करवाया गया है 124 लोगों के डोप टे

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 10:47 PM (IST)Updated: Wed, 11 Jul 2018 10:47 PM (IST)
जिले में मात्र एक विधायक व उनके गनमैनों ने करवाया डोप टेस्ट

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जिले भर में से 1635 लोगों द्वारा डोप टेस्ट करवाया गया है

124 लोगों के डोप टेस्ट पॉजिटिव राज कुमार राजू, मोगा =

पंजाब सरकार द्वारा पंजाब में नशे के बढ़ रहे रुझान को लेकर जहां कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। वही सभी सरकारी अधिकारियों समेत सभी मंत्रियों व विधायकों के डोप टेस्ट करवाने के आदेश दिए गए थे। लेकिन मोगा के सिविल अस्पताल से मिले आंकडों के आधार पर अब तक मात्र मोगा विधायक व उनके गनमैनों ने ही डोप टेस्ट कर करवाए हैं।

जिले भर में से 1635 लोगों द्वारा डोप टेस्ट करवाया गया है, जिनमें से 124 लोगों के डोप टेस्ट पॉजिटिव आए है। जिनकी रिपोर्ट बनाकर सेहत विभाग के आला अफसरों को दी जा चुकी है ।

गौर रहे कि कांग्रेस सरकार द्वारा पंजाब में बढ़ रहे असलाह रखने के रूझान के साथ साथ असलाह रखने वाले लोगों द्वारा शादी समागमों में हवाई फायर करने के कारण होने वाली घटनाओं पर लगाम लगाने समेत बढ़ रहे असलाह बनाने के रूझान को कम करने के लिए पंजाब सरकार ने डोप टेस्ट को जरूरी कर दिया था। इस टेस्ट के बिना न तो कोई व्यक्ति असलाह के लिए आवेदन कर सकता है और न ही अपने पुराने लाइसेंस को रेन्यू करवा सकता है। विभिन्न प्रकार के नशे का सेवन करने वाले लोगों के पास घातक हथियार न हों, इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया है। जिले के सरकारी सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिसके लिए सरकार ने टैस्ट की फीस 15 सौ रुपये कर दी है ।

सरकारी किट से ही जरूरी है डोप टेस्ट

लैब इंचार्ज पर¨मदर ¨सह के अनुसार डोप टैस्ट के लिए यूं तो बाजार में डोप टैस्ट की किट उपलब्ध है, लेकिन सरकारी किट से ही इस टेस्ट को करवाया जाना लाजमी किया गया है। 26 मार्च 2018 से शुरू हुए टैस्ट के दौरान बुधवार दोपहर तक करीब 1630 लोगों द्वारा टेस्ट को करवाया जा चुका है।जिनमें से 124 लोगों का डोप पॉजिटिव आया है । पॉजिटव आए लोग अब न तो नया असलाह लाइसेंस अप्लाई कर सकते है। ओर नही ही पुराना असलाह लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए आवेदन कर पाएगें।

.डोप टेस्ट से दस केमिकलों की होती है जांच:

सेहत विभाग के कर्मचारी लैब इंचार्ज पर¨मदर ¨सह सभरवाल ने बताया कि सरकार के आदेशों पर सिविल अस्पताल की लैब में डोप टैस्ट अब दस प्रकार के साल्ट की जांच को जरूरी की जा रही है। जिनमें मोर्फिन, कोडीन, डी. प्रोपोक्सीफाइन, बैंजोडाईजेफिनस, 9 टैरा हाईड्रो केनाबिनोल, बारबिट्यूरेटस, कोकेइन, एमफीटामाइनस, बूरीनार्फिन और ट्रेमाडोल शामिल हैं।


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