केंद्र सरकार के नीति आयोग ने जिला मोगा को दिए तीन करोड़
केंद्र सरकार के नीति आयोग से मिले तीन करोड़ रुपये से खरीदे गए पराली की गांठ बनाने वाले बेलर वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद मोहम्मद सद्दीक पहुंचे।
जागरण संवाददाता.मोगा
केंद्र सरकार के नीति आयोग से मिले तीन करोड़ रुपये से खरीदे गए पराली की गांठ बनाने वाले बेलर वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे फरीदकोट क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद मोहम्मद सद्दीक इस प्रोजेक्ट के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद कर गए, लेकिन उन्होंने न तो केंद्र सरकार का जिक्र किया न ही नीति आयोग का।
सियासी मतभेदों के बीच सच्चाई को छिपाने का ये पहला मामला नहीं है, इससे कुछ दिन पहले ही पंजाब सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू भी मथुरादास सिविल अस्पताल में नए बने वूमेन एंड चाइल्ड केयर ब्लाक की चार मंजिला इमारत को अत्याधुनिक सुविधा वाला अस्पताल बताकर उद्घाटन कर गए थे, लेकिन ये तथ्य छुपा गए थे कि उन्होंने सिर्फ इमारत का उद्घाटन किया था, मेडिकल उपकरण खरीदने के लिए जब पंजाब सरकार ने धनराशि देने से इन्कार कर दिया था, तब डीसी संदीप हंस ने एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट योजना में मिली 1.10 करोड़ रुपये की राशि नए ब्लाक के मेडिकल उपकरण खरीदने के लिए जारी की। इस राशि से अस्तपाल में मेडिकल उपकरण आने अभी बाकी हैं।
गौरतलब है कि नीति आयोग की ओर से जारी तीन करोड़ रुपये की राशि से मंगाए गए बीस बेलर जिले के 10 गांव की सहकारी समितियों को देने के लिए नई दाना मंडी में भव्य समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में किसान व किसान संगठनों के नेता भी पहुंचे थे।
इस कार्यक्रम में सांसद मोहम्मद सदीक मुख्य मेहमान थे। इसके अलावा विधायक डाक्टर हरजोत कमल, डिवीजनल कमिश्नर दलजीत सिंह मांगट, डीसी संदीप हंस, एसएसपी ध्रुमन एच निबले, पूर्व विधायक बीबी राजविन्दर कौर भागीके, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन इन्द्रजीत सिंह बीड़ चड़िक, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन विनोद बांसल, बेलर बनाने वाली कंपनी के भारत हैड पंकज झा, मुख्य कृषि अफसर डा.बलविदर सिंह, एडीसी हरचरन सिंह, एडीसी सुभाष चंद्र, एसडीएम सतवंत सिंह, एसडीएम धर्मकोट चारुमिता के अलावा भारतीय किसान यूनियन के भूपिदर सिंह महेशरी, निर्मल सिंह माणूके, सुखजिन्दर सिंह, इकबाल सिंह सरपंच गलोटी, जगतार सिंह चोटियां आदि मौजूद थे।