न मिला धन व शराब, खाने तक को तरसे कार्यकर्ता
मोगा आम तौर पर चुनावों में धन व शराब वर्षा के चर्चे आम रहते हैं लेकिन फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए 12 लोकसभा चुनावों में से पहला ऐसा चुनाव रहा है जहां लोकसभा क्षेत्र के सभी पार्टी के प्रत्याशियों ने धन वर्षा करना तो दूर अपने चुनाव दफ्तरों पर कार्यकर्ताओं के लिए लंगर तक की व्यवस्था नहीं की थी।
जागरण संवाददाता, मोगा : आम तौर पर चुनावों में धन व शराब वर्षा के चर्चे आम रहते हैं, लेकिन फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए 12 लोकसभा चुनावों में से पहला ऐसा चुनाव रहा है, जहां लोकसभा क्षेत्र के सभी पार्टी के प्रत्याशियों ने धन वर्षा करना तो दूर, अपने चुनाव दफ्तरों पर कार्यकर्ताओं के लिए लंगर तक की व्यवस्था नहीं की थी। मतदान वाले दिन तक पार्टी के बूथों पर बैठे कांग्रेस के कार्यकर्ता खाने तक को तरस गए थे और पार्टी प्रत्याशी को खुलेआम कोसते हुए नजर आए थे। हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी के प्रत्याशी ने चुनाव कार्यालय में अपने खर्चे का ब्यौरा प्रस्तुत नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि प्रत्याशियों ने इस बार सिर्फ वही खर्चा किया जो उनकी चुनाव रैली, जनसंर्पक में उपयोग होने वाली गाड़ियों आदि पर हुआ है।
सूत्रों का कहना है कि फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र में अकाली दल के प्रत्याशी शुरू से कांग्रेस प्रत्याशी को फॉलो करते रहे थे। हालांकि अकाली दल में पहली बार चुनाव खर्चे की जिम्मेदारी विधानसभा क्षेत्र के बनाए गए प्रभारियों के जिम्मे की थी। खर्चे में कांग्रेस की उदासीनता को लेकर अकाली प्रत्याशी भी खर्चों से बचते रहे, यहां तक कि शिअद प्रत्याशी के चुनाव दफ्तर में चाय पानी की व्यवस्था जरूर थी, पिछले साल 15-20 दिन चलने वाले लंगर की व्यवस्था यहां भी नहीं दिखी, कांग्रेस के चुनाव दफ्तर में तो ये भी व्यवस्था नहीं दिखी। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के दफ्तर में जरूर कुछ कार्यकर्ताओं के खाने पीने की व्यवस्था रही थी, लेकिन बताया जा रहा है वह भी स्थानीय नेता नवदीप संघा अपने स्तर पर करते रहे, पार्टी या प्रत्याशी की ओर से कुछ हासिल नहीं हुआ। मतदान से पूर्व की रात में जहां दलित बस्तियां गुलजार होती थीं, इस बार वहां भी सन्नाटा पसरा देखा गया।