गेहूं के लिए टॉनिक व आलू के लिए नुकसान दे सकती है बारिश
संवाद सहयोगी, मोगा : जिले में बुधवार देर रात से मौसम के अचानक बदले मिजाज ने जहां आलू किसानों की ¨
संवाद सहयोगी, मोगा : जिले में बुधवार देर रात से मौसम के अचानक बदले मिजाज ने जहां आलू किसानों की ¨चता बढ़ा दी है। वही गेंहू की फसल के पैदावार किसानों को फायदा दिया है।
बुधवार को देर रात बारिश होने समेत वीरवार को सुबह व दोपहर को आसमान में छिटपुट बादलों की मौजूदगी थी, जिसको लेकर वीरवार दिन भर जहां आसमान में बादल छाए रहे। वहीं रूक रूक कर बारिश भी होती रही। इस बारिश को कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जहां गेंहू के लिए टॉनिक माना जा रहा है। वहीं आलू उत्पादकों के लिए समस्या। खेती विभाग के अधिकारियों के अनुसार वीरवार सुबह तक जिले में 3.4 एमएम बारिश हुई है। वही वीरवार को अधिकतम तापमान 15.9 डिग्री तक बना हुआ था
कृषि विभाग के अधिकारी डॉक्टर कुलदीप ¨सह ने बताया कि जिले में आलू की खेती के लिए विभिन्न गांवों व कस्बों के किसानों द्वारा करीब सात हजार हेक्टेयर खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को बारिश होने का अनुमान है। अगर आगामी दिनों में ज्यादा बारिश होती है तो आलू के उत्पादक किसानों के लिए एक बड़ी समस्या पैदा हो सकता है। क्योंकि खेतों में किसानों की ओर से आलू की फसल के पत्तों को काट दिया गया है। ऐसे में खेतों में पानी जमा होने से आलू जमीन में जल जाएगा। तेज हवाएं गेहूं को पहुंचा सकती हैं नुकसान
खेती बाड़ी अफसर ने बताया कि जिले में एक लाख 70हजार हेक्टेयर रकबे में गेहूं की खेती की जाती है। इन दिनों गेंहूं की फसल पूरी तरह तैयारी की ओर बढ़ती जा रही है। ऐसे में गेंहू की फसल के लिए यह बारिश फिलहाल टॉनिक का कार्य करेगें। उन्होंने बताया कि अगर आगामी दिनों में बारिश ज्यादा होने समेत तेज हवा चलती है तो गेहूं के लिए भी कुछ हद तक नुकसान दायक सिद्ध हो सकती है।
इन इलाकों में भरा पानी
वीरवार को सुबह से लेकर दोपहर बाद तक हुई बारिश से मेन बाजार, सब्जी मंडी, अकालसर रोड, पुरानी दाना मंडी, गांधी रोड, जीटी रोड, बसंत ¨सह रोड, बहोना चौक, निगाहा रोड समेत शहर के कई निचले इलाकों में पानी का जमावड़ा हो गया। ऐसे में खासकर पैदल चलने वाले लोगों को बेहद समस्या का सामना करना पड़ा।