तहसील पर लटका ताला, बैरंग लौटे लोग
मोगा : पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की दो दिवसीय कलमछोड़ हड़ताल के पहले दिन जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स में कामकाज लगभग ठप रहा, वहीं तहसील में ताला लगे होने के कारण रजिस्ट्रियों के लिए जिन 49 लोगों ने ऑनलाइन समय लिया उनकी रजिस्ट्रियां नहीं हो सकीं, दूर दराज से रजिस्ट्रियों के लिए पहुंचे लोग दोपहर बाद तक परेशान होते रहे, बाद में निराश होकर वापस लौटना पड़ा। इलके साथ जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र,मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट आदि के लिए लोग परेशान होते रहे। हड़ताल वीरवार को भी जारी रहेगी।
संवाद सहयोगी, मोगा : पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की तीन दिवसीय कलमछोड़ हड़ताल के पहले दिन जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स में कामकाज लगभग ठप रहा, वहीं तहसील में ताला लगे होने के कारण रजिस्ट्रियों के लिए जिन 49 लोगों ने ऑनलाइन समय लिया उनकी रजिस्ट्रियां नहीं हो सकीं, दूर दराज से रजिस्ट्रियों के लिए पहुंचे लोग दोपहर बाद तक परेशान होते रहे, बाद में निराश होकर वापस लौटना पड़ा। इलके साथ जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र,मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट आदि के लिए लोग परेशान होते रहे। हड़ताल वीरवार को भी जारी रहेगी।
जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स में बुधवार को पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने हड़ताल कर रोष रैली की। कलम छोड़ हड़ताल का असर पहले दिन ही सरकारी दफ्तरों में दिखाई दिया। मोगा तहसील कार्यालय का तो ताला ही नहीं खुला। कर्मचारियों के साथ तहसीलदार व नायब तहसीलदार भी नहीं पहुंचे। खजाना कार्यालय में स्टाम्पों की बिक्री नहीं हो सकी। सीडीपीओ कार्यालय मोगा-1 व मोगा-2 में अपनी पेंशन के संबंध में पहुंचे लोग परेशान होकर बैरंग लौटते रहे। एक्साइज विभाग में भी किसी प्रकार का कामकाज नहीं हुआ। डीसी खुद ट्रे¨नग पर गए हुए हैं, जबकि उनके दफ्तर में कोई भी मुलाजिम नहीं बैठा।
इस दौरान यूनियन के जिलाध्यक्ष कुलदीप ¨सह, महासचिव मेवा ¨सह, हरजीत जीरा, बलवीर ¨सह, जुगराज ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, गुरबचन ¨सह, जसकरण ¨सह, परमजीत ¨सह, मक्खन ¨सह, मनदीप ¨सह ने संयुक्त तौर पर कहा कि पंजाब सरकार द्वारा कर्मचारियों की मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। सरकार ने छह प्रतिशत डीए की किश्त जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक अमल नहीं किया। 1 जनवरी 2017 से महंगाई भत्ते की चार किश्तें बकाया पड़ी हैं। डीए का 23 महीनों का बकाया भी खड़ा है। छठा वेतन कमीशन अभी तक लागू नहीं किया गया। 1 जनवरी 2004 के बाद भर्ती मुलाजिमों की पुरानी पेंशन भी बहाल नहीं की गई है। जिससे कर्मचारियों में भारी असंतोष का माहौल है। रोष प्रदर्शन में पटियाला में धरना दे रहे अध्यापकों पर किए लाठीचार्ज की ¨नदा की। इस मौके खुशकीरत ¨सह घुमन, जसवीर ¨सह, हरप्रीत ¨सह, सुखराम, गुरप्रीत ¨सह, गौरव अरोड़ा, रशपाल ¨सह आदि उपस्थित थे। निराश होकर दफ्तरों से गए लोग
गांव रौली से पहुंचे सुखजीत ¨सह की पेंशन पिछले दो सालों से नहीं आ रही है, वे इसका पता करने पहुंचे थे, लेकिन दफ्तर में कोई मुलाजिम न मिलने से उन्हें वापस लौटना पड़ा। बधनीकलां से कुलदीप ¨सह अपनी रिश्तेदार का मैरिज सर्टीफिकेट के लिए पहुंचे थे, आज ये सर्टीफिकेट जारी होना था, लेकिन हड़ताल के चलते उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।