कर्ज न लौटाने पर फाइनांसर ने छीनी बेटे की स्कूटी, मां ने की खुदकुशी
मोगा मनचंदा कॉलोनी में फाइनेंस कंपनी संचालक ने अपने ही मुलाजिम से कर्ज की राशि न लौटाने पर उसकी स्कूटी छीन ली और मुलाजिम के घर पहुंचकर उसकी मां को से गाली गलौज की। फाइनांसर की ओर से किए गए अपमान से क्षुब्ध होकर पीड़ित महिला ने जहर खाकर अपनी जान ही दे दी। थाना सिटी पुलिस पहले तो फाइनांसर के दवाब में मामले की लीपापोती करती रही लेकिन महिला की मौत के बाद उसे केस दर्ज करना पड़ा। हालांकि केस दर्ज होने के बावजूद फाइनांसर की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
संवाद सहयोगी, मोगा : मनचंदा कॉलोनी में फाइनेंस कंपनी संचालक ने अपने ही मुलाजिम से कर्ज की राशि न लौटाने पर उसकी स्कूटी छीन ली और मुलाजिम के घर पहुंचकर उसकी मां को से गाली गलौज की। फाइनांसर की ओर से किए गए अपमान से क्षुब्ध होकर पीड़ित महिला ने जहर खाकर अपनी जान ही दे दी। थाना सिटी पुलिस पहले तो फाइनांसर के दवाब में मामले की लीपापोती करती रही, लेकिन महिला की मौत के बाद उसे केस दर्ज करना पड़ा। हालांकि केस दर्ज होने के बावजूद फाइनांसर की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
थाना सिटी मोगा के सहायक थानेदार परमजीत ¨सह ने बताया कि अनुज पुत्र तेजपाल निवासी वार्ड नंबर 10 सिविल लाइन मोगा ने पुलिस को दर्ज कराए बयान में कहा कि वह सु¨रदर ¨सह निवासी गली नंबर 20 मनचंदा कॉलोनी की फाइनांस कंपनी में पिछले पांच वर्ष से नौकरी कर रहा है। उसने फाइनांसर से तीन लाख रुपए उधार लिए थे। कर्ज लेते समय तय हुआ था कि ये राशि फाइनांसर उसके वेतन से काटेगा। बाद में फाइनांसर अपनी बात से मुकर गया। उसने उधार ली राशि की वसूली के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया। उसके साथ कई बार मारपीट की, उसकी स्कूटी छीन ली। इससे भी फाइनांसर का मन नहीं भरा तो उसने अनुज के घर जाकर उसके साथ साथ मारपीट की और उसकी मां संतो से गाली-गलोज कर जलील किया। अनुज की मां संतो फाइनांसर की जलालत को नहीं सह पाई और उसने कोई जहरीली दवा निगल ली, जिसकी हालत बिगड़ने पर सिविल अस्पताल में दाखिल कराया, जहां डॉक्टर ने उसे फरीदाकोट रेफर कर दिया। फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी मां की मौत हो गई। घटना का पता चलते ही पुलिस की तरफ से मृतक माता के शव को कब्जे में लेकर अनुज के बयानों पर कार्रवाई करते हुए सु¨रदर ¨सह के खिलाफ धारा 306 के अंतर्गत थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया है।