किसानों ने पराली को लगाई आग
धर्मकोट : सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाकर भी किसानों की ओर से पराली को आग लगाई जा रही है, लेकिन सरकार के अधिकारी सरकारी आदेश ही लागू नहीं करवा पा रहे हैं।
संवाद सूत्र, धर्मकोट : सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाकर भी किसानों की ओर से पराली को आग लगाई जा रही है, लेकिन सरकार के अधिकारी सरकारी आदेश ही लागू नहीं करवा पा रहे हैं। कस्बा कोटइसेखां में सोमवार को खेतों में किसानों द्वारा सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए धान की पराली को आग लगाई गई ।
बता दें कि कस्बा धर्मकोट के खेतों में किसानों द्वारा रात को चोरी छिपे आग लगाई जा रही है, जिसके कारण इलाके में धुआं व स्मॉग से लोग बीमारियो की चपेट में तो आ ही रहे है। वही सड़कों पर फैला धुंआ सड़क हादसों का कारण बन रहा है।
इलाकावासी मंगत राम गोयल ने कहा कि खेतों में आग लगने से वातावरण को दूषित होता ही है। उसके साथ साथ सड़क किनारे लगे पेड़ भी आग की चपेट में आ जाते हैं। सरकार को इसके प्रति ठोस कदम उठाने चाहिए। सड़क किनारे खेतों में लगी आग बन सकती है दुर्घटना का कारण
संजीव कुमार सोना ने कहा कि किसानों के द्वारा खेतों में लगाने वाली आग दुर्घटना का कारण बन सकती है, क्योंकि जो भी लोग सड़क पर से गुजरते हैं, सड़क के किनारे लगी खेतों से आग हवा के चलते सड़क पर आ सकती है, जो की बहुत बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
सांस की बीमारियों में हो रहा इजाफा
राकेश ¨जदल ने कहा कि किसानों की ओर से खेतों में लगने वाली आग से बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। जिससे सांस प्रति बीमारियों को बढ़ावा मिलता है और सांस लेने में भी बहुत ही मुश्किल का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इसके लिए सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए।