गेहूं पर घिरे संकट के बादल
मोगा वेस्टर्न डिस्टर्वेंस के चलते आगामी 48 घंटों में तेज बारिश व आंधी की मौसम विभाग की चेतावनी ने जिले में 175 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसल पर संकट के बादल मंडराते नजर आने लगे हैं मौसम विभाग की चेतावनी के चलते किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं। इस बार जिले की सभी 108 मंडियों में आठ लाख टन गेहूं आने की उम्मीद है संयोग से जिले में अभी गेहूं की कटाई शुरू नहीं सकी है। इस बीच मौसम विभाग ने 16 व 17 अप्रैल को तीन सेंटीमीटर तक बारिश होने के साथ ही 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने का अलर्ट जारी किया है।
राज कुमार राजू, मोगा : वेस्टर्न डिस्टर्वेंस के चलते आगामी 48 घंटों में तेज बारिश व आंधी की मौसम विभाग की चेतावनी ने जिले में 175 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसल पर संकट के बादल मंडराते नजर आने लगे हैं, मौसम विभाग की चेतावनी के चलते किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं। इस बार जिले की सभी 108 मंडियों में आठ लाख टन गेहूं आने की उम्मीद है, संयोग से जिले में अभी गेहूं की कटाई शुरू नहीं सकी है। इस बीच मौसम विभाग ने 16 व 17 अप्रैल को तीन सेंटीमीटर तक बारिश होने के साथ ही 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने का अलर्ट जारी किया है।
गौरतलब है कि शनिवार से ही आसमान में बादल छाने लगे थे, बाघापुराना में दोपहर लगभग दो बजे के लगभग कुछ देर के लिए तेज बारिश भी हुई थी, जबकि मोगा शहर में हल्की बौछार कुछ पलों के लिए आई थी, लेकिन आसमान में बादलों की आवाजाही लगातार जारी है।
इस बीच बैसाखी गुजर जाने के बाद खेतों में फसल जब लगभग पक चुकी है, किसान कटाई की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादलों ने किसानों के चेहरे पर चिता की लकीरें ला दी हैं।
एक-दो दिन में शुरू होगी कटाई
खेतीबाड़ी अधिकारी कुलदीप सिंह ने बताया कि जिले में 175 हेक्टेयर क्षेत्र में इस बार गेंहू की फसल लगभग पक चुकी है। एक दो दिन में किसान गेहूं कटाई शुरू करने वाले हैं। जिला मंडी अधिकारी जसविदर सिंह के अनुसार गेहूं की खरीद जिले की सभी 108 मंडियों में खरीद की तैयारी की जा चुकी है, इस बार लगभग आठ लाख टन गेहूं आने की उम्मीद है, पिछले सीजन में 7.47 लाख टन गेहूं मंडियों में पहुंचा था।
बारिश के साथ आंधी बढ़ा सकती है चिंता
मौसम विभाग चंडीगढ़ के डायरेक्टर डॉ. सुरिदर पाल के अनुसार 16 व 17 अप्रैल को तीन मिमी तक बारिश होने का अनुमान है, इसके साथ ही 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। बारिश के साथ तेज रफ्तार से आंधी चलने के कारण फसल का ज्यादा नुकसान हो सकता है, क्योंकि आंधी के कारण फसल खेतों में बिछ सकती है, बारिश अगर लगातार जारी रही तो नुकसान ज्यादा होगा, लेकिन दो दिन बारिश के बाद मौसम खुल गया तो ज्यादा नुकसान नहीं होगा। पैदावार के साथ गेहूं की क्वालिटी पर भी पड़ेगा असर : किसान
किसान हाकम सिंह का कहना है कि बारिश व तेज हवा के कारण गेहूं की पकी फसल खेत में बिछ गई तो पैदावार तो घटेगी ही गेहूं की क्वालिटी पर भी असर पड़ेगा। क्योंकि गेहूं भीगने से उसका रंग काला पड़ सकता है। खेतों में ज्यादा समय पानी भरा रहा तो फसल काफी ज्यादा नष्ट हो सकती है।