अदालत में जज के सामने खुदकशी का प्रयास
मोगा : शहर के वार्ड-31 के पत्ती उसंग निवासी सुनील सूद ने सोमवार दोपहर जिला सेशन जज तरसेम मंगला की भरी अदालत में गोलियां खाकर खुदकशी का प्रयास किया। इससे पहले सुनील सूद ने अदालत में एक लिखित पत्र जज साहिब को दिया और फिर जज साहिब के सामने भी गोलियां खा ली।
संवाद सहयोगी, मोगा : शहर के वार्ड-31 के पत्ती उसंग निवासी सुनील सूद ने सोमवार दोपहर जिला सेशन जज तरसेम मंगला की भरी अदालत में गोलियां खाकर खुदकशी का प्रयास किया। इससे पहले सुनील सूद ने अदालत में एक लिखित पत्र जज साहिब को दिया और फिर जज साहिब के सामने भी गोलियां खा ली।
जज साहिब के आदेशों पर सुनील सूद को अदालत से बाहर निकाल दिया गया। अदालत से बाहर आकर सुनील सूद की तबीयत एक दम से बिगड़ने लगी तो उनके साथ अदालत गया उनका पड़ोसी लख¨वदर ¨सह उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल मोगा ले आया।
सिविल अस्पताल में जानकारी देते लख¨वदर ¨सह ने बताया कि सुनील सूद ने अदालत में जज साहिब को दिए पत्र में लिखा है कि उसने वर्ष 1999 में मेन बाजार में एक दुकान किराए पर ली थी। दुकान के किराए की वह मालिकों से रसीद नही लेता था, जिसका फायदा उठाकर दुकान मालिकों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया और उसके खिलाफ किराए को लेकर अदालत में केस दायर कर दिया। दस्तावेजी सबूतों की कमी के कारण अदालत ने भी सुनील सूद के खिलाफ फैसला सुनाया। इसके बाद भी आरोपित दुकान मालिकों ने उसे परेशान करना जारी रखा। जिसके चलते शहर के कुछ जिम्मेदार लोगों के सामने करीब तीन माह पहले सुनील सूद ने दुकान की चाबियां दुकान मालिकों के हवाले कर दी। लेकिन इसके बाद भी दुकान मालिक पिता पुत्र उसे अदालत में फंसाने की धमकी दे रहे थे। जिससे परेशान होकर सुनील सूद ने सोमवार को एक पत्र लिखकर भरी अदालत में जज के सामने गोलियां खा ली। बतां दें कि खबर लिखे जाने तक अदालत या फिर पुलिस द्वारा उक्त मामले में कोई कार्रवाई नही की गई थी। सिविल अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी थी, लेकिन देर सांय तक पुलिस सुनील सूद के बयान दर्ज करने के लिए नही पहुंची थी। वहीं सुनील सूद के पड़ोसी लख¨वदर ¨सह ने बताया कि सुनील सूद डिप्रेशन का शिकार है और उसका सिविल अस्पताल से उपचार भी चल रहा है। लख¨वदर के अनुसार उसे लगता है कि सुनील सूद ने डिप्रेशन वाली गोलियां खाकर ही खुदकुशी का प्रयास किया है।