गुटबाजी तेज, चुनौतियों भरा होगा चेयमैनी का सफर
विपक्ष के आरोप प्रतिआरोप के बावजूद संपन्न हो चुके जिला परिषद चुनाव के बाद अब चेयरमैनी को लेकर जोड़तोड़ की राजनीति तेज हो चुकी है। अपना पक्ष पूरा करने के लिए हरेक विधायक अपने अरने इलाके में गुटबंदी का शिकार हो चुका है। चेयरमैनी का दावा ठोकने वालों ने मुख्यमंत्री दरबार तक अपनी पहुंच बनाने का हर प्रयास तेज कर दिया है। लगातार दस साल तक सत्तापक्ष से दूर रहे जिले के बड़े कांग्रेसी किसी भी कीमत पर अपनी मनमर्जी का चेयरमैन लगाने को बेताब हैं। दावेदारों की संख्या कम करने के लिए डिनर डिप्लोमेसी भी तेज हो चुकी है। इसके साथ ही जिला स्तर के कुछ कांग्रेसी एक तीर से तीन तीन निशाने लगाने को भी रोजाना योजनाएं बना रहें हैं। ऊंठ किस करवट बैठेगा, यह कहना अभी हालात के अनुकूल नही है, लेकिन बाघापुराना और धर्मकोट के विधायक अपनी अपनी ताकत यदि इस बार नही दिखाते तो उनका राजनीतिक भविष्य ज्यादा उज्जवल नही हो सकेगा।
रोहित शर्मा, मोगा
विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के बावजूद संपन्न हो चुके जिला परिषद चुनाव के बाद अब चेयरमैनी को लेकर जोड़तोड़ की राजनीति तेज हो चुकी है। अपना पक्ष पूरा करने के लिए हरेक विधायक अपने-अपने इलाके में गुटबंदी का शिकार हो रहा है। चेयरमैनी का दावा ठोकने वालों ने मुख्यमंत्री दरबार तक अपनी पहुंच बनाने का हर प्रयास तेज कर दिया है। लगातार दस साल तक सत्तापक्ष से दूर रहे जिले के बड़े कांग्रेसी किसी भी कीमत पर अपनी मनमर्जी का चेयरमैन लगाने को बेताब हैं। दावेदारों की संख्या कम करने के लिए डिनर डिप्लोमेसी भी तेज हो चुकी है। इसके साथ ही जिला स्तर के कुछ कांग्रेसी एक तीर से तीन-तीन निशाने लगाने को भी रोजाना योजनाएं बना रहें हैं। ऊंट किस करवट बैठेगा, यह कहना अभी हालात के अनुकूल नही है, लेकिन बाघापुराना और धर्मकोट के विधायक अपनी-अपनी ताकत यदि इस बार नहीं दिखाते तो उनका राजनीतिक भविष्य ज्यादा उज्जवल नहीं हो सकेगा। चुनौती से कम नहीं होगी राह
चेयरमैनी का ताज जिस किसी के सिर पर भी रखा जाएगा उसे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए नाराज कांग्रेसियों को अपने साथ लेकर चलना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। नाराज कांग्रेसियों को मनाने के साथ-साथ चेयरमैनी का ताज दिलाने वाले राजनीतिक आकाओं को भी संतुष्ट करना चेयरमैन के लिए आसान नहीं होगा। बड़ी उम्मीदें बिना फंड कैसे होंगी पूरी
बड़ी-बड़ी उम्मीदें बिना फंड के किसी तरह से पूरी होगी यह भी एक बड़ा सवाल चेयरमैनी हासिल करने वाले के सामने हमेशा रहेगा। इन हालातों से जूझने के लिए कौन सबसे सक्षम है, इसका ध्यान भी चेयरमैनी दिलाने वाले विधायक अवश्य अपने फैसले के समय याद रखेंगे। यह हैं चेयरमैनी के दावेदार
बता दें कि मोगा जोन के दौलतपुरा उंचा से जिला परिषद के चुनाव जीतने वाले हरभजन ¨सह और घलकलां सीट से हरदीप कौर जिला परिषद की चेयरमैनी की दावेदार हैं। वहीं धर्मकोट जोन में चेयरमैनी के लिए पहला नाम जलालाबाद पूर्व से जिप के चुनाव जीते इंद्रजीत ¨सह धालीवाल का नाम आता है। बाघापुराना जोन की बात की जाए तो वांदर सीट से चुनाव जीती अमरजीत कौर और समालसर से बब्बलजीत कौर दावेदार हैं। निहाल¨सह वाला जोन में बिलासपुर से जिला परिषद के चुनाव जीतने वाले जगरूप ¨सह तख्तुपुरा का नाम जिले भर के दावेदारों में आगे है। क्योंकि इस सीट को सभी हलकों से हॉट सीट माना गया था। बता दें कि जिले भर से जिला परिषद की सीट पर बड़ी लीड से जीत हासिल करने वाले दौलतपुरा उंचा से हरभजन ¨सह हैं, जिन्हें 11 हजार 381 वोट तो अकाली दल को 7071 वोट हासिल हुए थे। जिला परिषद का टेबल
(जोन नंबर) (स्थान) (विजेता प्रत्याशी)
1 मौजेवाला चमन लाल (कांग्रेस)
2 खोसा कोटला गुरमीत कौर (कांग्रेस)
3 जलालाबाद पूर्वी इन्द्रजीत ¨सह धालीवाल (कांग्रेस)
4 कोकरी कलां मनप्रीत ¨सह (कांग्रेस)
5 ढुडीके बलवंत कौर (कांग्रेस)
6 डाला आकाशदीप ¨सह (कांग्रेस)
7 दौलतपुरा ऊंचा हरभजन ¨सह (कांग्रेस)
8 घलकलां हरदीप कौर (कांग्रेस)
9 लंगेयाना जरनैल ¨सह (शिअद)
10 वांदर अमरजीत कौर (कांग्रेस)
11 समधाई भाई द¨वदर कौर (कांग्रेस)
12 मानूके परमजीत कौर (कांग्रेस)
13 पत्तों हीरा ¨सह गुरमेल ¨सह (कांग्रेस)
14 बिलासपुर जगरूप ¨सह तख्तूपुरा (कांग्रेस)
15 समालसर बब्बलजीत कौर (कांग्रेस)
सरकार के आदेश होंगे मंजूर : विधायक
अंदरूनी कशमकश चाहे कितनी भी हो लेकिन हलके के तीनों कांग्रेसी विधायक अपने हलके के प्रत्याशी को आगे लाने के लिए खुलकर सामने नहीं आ रहें हैं। हलका मोगा से विधायक डॉ. हरजोत कमल, धर्मकोट से सुखजीत ¨सह काका लोहगढ़ और बाघापुराना से दर्शन बराड़ ने कहा कि सरकार जिला परिषद के चेयरमैन को नियुक्त करने के लिए जो भी आदेश जारी करेगी, वह उन्हें मंजूर होंगे।