मोगा में महज 4940 लोगों ने डाउनलोड की स्वच्छता एप
संवाद सहयोगी, मोगा : डेढ़ लाख की आबादी वाले मोगा शहर में महज 4940 लोगों ने ही केंद्र सरक
संवाद सहयोगी, मोगा : डेढ़ लाख की आबादी वाले मोगा शहर में महज 4940 लोगों ने ही केंद्र सरकार की स्वच्छता एप को डाउनलोड किया है। जानकारी न होने के अभाव में लोग स्वच्छता एप का लाभ नही ले पा रहें हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में भी नगर निगम की रें¨कग कम होने का कारण यही था कि लोगों ने केंद्र की स्वच्छता एप के जरिए शहर को गंदगी मुक्त बनाने में सहयोग नही दिया। बावजूद इसके नगर निगम लोगों को स्वच्छता एप के बारे में जागरूक नही कर पाया है। बता दें कि पिछली बार हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल 460 शहरों में से मोगा निगम 359वें नंबर पर आया था, जबकि इस बार हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में मोगा निगम ने भारत के कुल 4041 शहरों में से 252वां और पंजाब में आठवां स्थान हासिल किया था। इस रै¨कग को और सुधारा जा सकता था, लेकिन लोगों ने जानकारी न होने के अभाव में निगम को सहयोग ही नहीं किया। 1120 में से 994 शिकायतों का हुआ निपटारा
नगर निगम से ली गई जानकारी के अनुसार स्वच्छता एप के जरिए अभी तक कुल 1120 शिकायतें दर्ज करवाई गए, जिनमें से 994 शिकायतों का निगम द्वारा तय समय के भीतर निपटारा कर दिया गया। जबकि 126 शिकायतें अभी भी पे¨डग चल रही हैं। केंद्र सरकार द्वारा लांच की गई स्वच्छता एप के जरिए अगर कोई भी शहर वासी अपने आसपास गंदगी की शिकायतकर्ता को एप पर दर्ज करवाता है तो शिकायतकर्ता दर्ज करवाने के 12 घंटे के बाद निगम को उस शिकायतक का निपटारा करना होगा। शिकायत का निपटारा होने के बाद शिकायतकर्ता से एप पर उसका फीडबैक भी मांगा जाएगा। लेकिन अगर निगम समय रहते शिकायत का निपटारा नही करता तो केंद्र की टीम द्वारा आनलाइन सिस्टम के जरिए स्वच्छता रें¨कग के नंबर काट लिए जाते हैं, जिसका सीधा असर हर साल देश भर में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण की रै¨कग पर पड़ता है। 11 मुलाजिमों की टीम कर रही जागरूक : कटारिया
नगर निगम के चीफ सेनटरी इंस्पेक्टर संदीप कटारिया ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में मोगा रै¨कग पहले से काफी सुधरी है। उन कहा कि जेआइटीएफ कंपनी के जाने से एकदम काफी समस्याएं पेश आई, लेकिन समय गुजरते सब ठीक हो गया। कटारिया के अनुसार इस समय शहर में 11 मुलाजिम जिनमें दो कम्यूनिटी फेस्लीटेटर और 9 मोटीवेटर शामिल हैं, की टीम लोगों को घर घर जाकर स्वच्छता एप के बार में जागरूक कर रही है। पीआइएमडीसी द्वारा मोगा निगम में भेजी गई इस टीम द्वारा लोगों को जहां स्वच्छता एप के प्रयोग संबंधी बताया जा रहा है, वहीं गीला व सूखा कूड़ा अलग अलग रखने, खुले में शौच न जाने, प्लासटिक प्रयोग न करने आदि के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।