पहले मशीन खराब रही अब बिजली गुल होने से मरीज परेशान
मोगा : मशीन खराब होने के चलते करीब 10 दिन से सिविल अस्पताल में चक्कर काट रहे मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने में अब बिजली सप्लाई आड़े आ रही है।
संवाद सहयोगी, मोगा : मशीन खराब होने के चलते करीब 10 दिन से सिविल अस्पताल में चक्कर काट रहे मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने में अब बिजली सप्लाई आड़े आ रही है। हालांकि अब मशीन तो ठीक हो गई है पर बुधवार को बिजली सप्लाई बाधित होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। आज सिविल अस्पताल में मरीजों के अल्ट्रासाउंड टेस्ट करने के लिए पर्चियां तो हाथों में दिखीं लेकिन करीब एक घंटे तक मरीजों के अल्ट्रासाउंड टेस्ट नहीं हो सके।
थोड़े-थोड़े समय के बाद सिविल अस्पताल में बिजली सप्लाई गुल होने के कारण बुधवार को भी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सिविल अस्पताल में एक दिन में कुल 40 मरीजों को अल्ट्रासाउंड टेस्ट किए जाते हैं, लेकिन बुधवार को मशीन ठीक होने के बावजूद मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि सिविल अस्पताल के पास हॉट लाइन की सुविधा भी है, जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने पब्लिक फंड में से करीब 11 लाख रुपये पॉवरकाम को देकर उक्त सुविधा ली थी, लेकिन हॉट लाइन की सुविधा होने के बाद भी अस्पताल की बत्ती गुल ही रहती है। दस दिन से खराब थी अल्ट्रासाउंड मशीन
बता दें कि सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने के चलते बीते करीब दस दिन से अस्पताल में मरीजों के अल्ट्रासाउंड टेस्ट नहीं हो रहे थे। अस्पताल प्रबंधन ने मशीन के खराब होते ही चंडीगढ़ में अधिकारियों को सूचना दी और तीन चार दिन के अंदर अस्पताल में नई मशीन लगवा ली थी, लेकिन नई मशीन भी ठीक ढंग से काम न करने के चलते अस्पताल में मरीजों के अल्ट्रासाउंड टेस्ट बंद कर दिए गए थे। इस दौरान आपात स्थिति में मरीजों को मजबूरीवश प्राइवेट लैब से महंगे दाम पर अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवाने पड़े। लेकिन दस दिन के बाद जब अस्पताल में मशीन चालू हुई तो बिजली सप्लाई बार बार कटने से मरीजों की परेशानी और बढ़ गई। पांच दिन से चक्कर काट रही प्रीत कौर
मोगा निवासी गर्भवती महिला प्रीत कौर ने कहा कि उसे डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा गया था, लेकिन पिछले कई दिनों से सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड टेस्ट न होने से उसकी परेशानी बढ़ी हुई है। उन्होंने बताया कि वह पिछले पांच दिन से सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने को चक्कर काट रही है, लेकिन मशीन खराब होने के बात कह हर बार उसे वापिस भेज दिया जाता है। महिला के अनुसार प्राइवेट लैब से अल्ट्रासाउंड काफी महंगे रेट पर की जाती है और आर्थिक तंगी के कारण ही वह सरकारी अस्पताल से उपचार ले रही है। अल्ट्रासाउंड टेस्ट में नहीं आ रही कोई दिक्कत : एसएमओ
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. राजेश अत्री ने कहा कि मशीन खराब रहने के कारण कुछ दिन अल्ट्रासाउंड टेस्ट बंद रहे, लेकिन अब अस्पताल में मरीजों को अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवाने में किसी प्रकार की कोई समस्या पेश नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को ओपीडी ब्लॉक की तार जल जाने के कारण कुछ समय के लिए बिजली सप्लाई बंद हुई थी, लेकिन बाद में मरीजों के टेस्ट शुरू हो गए थे।