'व्हाइट हाउस' का उत्साह देख मालविका सूद भी जोश में नजर आई
। कांग्रेस प्रत्याशी मालविका सूद व्हाइट हाउस में पहुंचीं तो वहां कांग्रेसियों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि कोविड नियमों को देखते हुए काफी कार्यकर्ताओं को प्रवेश नहीं मिला।
जागरण संवाददाता.मोगा
कांग्रेस प्रत्याशी मालविका सूद 'व्हाइट हाउस' में पहुंचीं तो वहां कांग्रेसियों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि कोविड नियमों को देखते हुए काफी कार्यकर्ताओं को प्रवेश नहीं मिला। 'व्हाट्स हाउस' पुराने कांग्रेस नेता जगरूप तख्तूपुरा के आवास का नाम है। आवास में उनके साथ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीन कुमार पीना व डिप्टी मेयर अशोक धमीजा ने मालविका सूद का स्वागत किया।
चुनाव प्रचार के दौरान पुरुषों की भीड़ में अकेली महिला होकर भी जिस शालीन व प्रभावी अंदाज में वे लोगों को प्रभावित कर रही हैं,उसकी बड़ी वजह ये है कि मालविका न किसी सभा में किसी ने कोई वादा कर रही हैं, न किसी की बुराई कर रही हैं, न ही किसी के साथ मुकाबला बता रही हैं। सिर्फ एक ही शब्द है, सेवा से उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की है, राजनीति में आने के बाद भी वे स वा को प्राथमिकता देंगी। खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
लुधियाना रोड व कोटकपूरा बाईपास रोड के तिराहे पर स्थित व्हाइट हाउस में बुधवार को मालविका के आमंत्रण के चलते खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। इस मौके पर कार्यकर्ताओं का उत्साह देख मालविका सूद भी पूरे जोश में दिखीं। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव मैदान में जो भी हैं, सब अच्छे हैं, किसी को बुरा नहीं कहना है, सिर्फ लोगों तक अपनी बात रखनी है। हमें लोगों तक अपना विजन लेकर जाना है। लोगों की बेहतरी के लिए काम करना है, सेवा करनी है। दूसरे लोग क्या कर रहे हैं, ये सोचने व लोगो को बचाने में अपनी ऊर्जा खर्च नहीं करनी है। लोगों को भा रही सादगी
कांग्रेस प्रत्याशी मालविका सूद की यही सादगी लोगों को पसंद आ रही है। बड़ी बात है ये कि लोग खुद मालविका सूद से संपर्क तक उन्हें ये बता रहे हैं कि किस तरह वे उनके लिए काम शुरू कर चुके हैं, या कर रहे हैं। मालविका सूद की इस राजनीतिक यात्रा में खास भूमिका निभा रहे हैं। गगनदीप मित्तल व अन्य कार्यकर्ताओं से मिलने वाली शिकायतों को वे विस्तार से नोट करते हैं, साथ ही चुनाव प्रचार के अगले पड़ाव के लिए रवानगी के बाद रास्ते में ही संबंधित अधिकारियों के साथ फोन पर समस्याओं को लेकर संपर्क किया जाता है। बाद में समस्याएं बताने वाले लोगों तक पूरी जानकारी पहुंचाई जाती है, इससे फरियाद लेकर पहुंचने वाले लोगों को भी ये रहता है कि उनकी बात को गंभीरता से सुना जा रहा है।