मेन बाजार को वन वे करने से सुधर सकती है ट्रैफिक व्यवस्था
मोगा : शहर में बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जहां ट्रैफिक पुलिस के पास मुलाजिमों की कमी हैं, वहीं ट्रैफिक पुलिस रिफ्लेक्टर जैक्टस, टार्च, एल्कोमीटर, स्पीडो मीटर आदि जैसे यंत्रो से भी वंचित है।
संवाद सहयोगी, मोगा : शहर में बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जहां ट्रैफिक पुलिस के पास मुलाजिमों की कमी हैं, वहीं ट्रैफिक पुलिस रिफ्लेक्टर जैक्टस, टार्च, एल्कोमीटर, स्पीडो मीटर आदि जैसे यंत्रो से भी वंचित है। बावजूद इसके ट्रैफिक पुलिस चाहे तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लगभग 70 फीसद तक सुधार सकती है। शहर में अगर देव होटल से लेकर थापर चौंक तक के रास्ते को ट्रैफिक पुलिस द्वारा वन वे घोषित कर दिया जाए तो शहर में दाखिल होने वाला 50 प्रतिशत ट्रैफिक इस रूट से कम हो जाएगा। ऐसे में थापर चौंक से देव होटल तक आने वाले लोगों के लिए न्यू टाउन इलाके का रूट प्लान तैयार कर वहां साइन बोर्ड लगा दिए जाएं तो शहर वासियों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत प्रदान की जा सकती है, लेकिन इस योजना को बरकरार रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस को दोनों रास्तों के प्रवेश पर अपना एक एक मुलाजिम दिन भर तैनात रखना पड़ेगा। फोटो-27
मुश्किल से ज्यादा राहत मिलेगी : प्रीत
शहरवासी लवप्रीत ¨सह प्रीत का कहना है कि अगर ट्रैफिक पुलिस मेन बाजार के रास्ते को वन वे घोषित कर देती है तो ऐसा करने से शहर में थापर चौक की तरफ से दाखिल होने वाले लोगों को थोड़ी परेशानी तो पेश आएगी लेकिन इससे ट्रैफिक जाम की समस्या और बिना वजह के मेन बाजार में हो रहे हादसों से बड़ी राहत भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर ट्रैफिक पुलिस यह फैसला लेती है तो लोग पुलिस के इस फैसले का स्वागत करेंगे। फोटो-28
राहत के लिए लोग खुद भी करें सहयोग : तायल
शहर वासी कृष्ण तायल का कहना है कि शहर के मेन बाजार में पेश आ रही ट्रैफिक जाम की समस्या से अगल लोग राहत चाहते हैं तो इसके लिए लोगों को खुद भी सहयोग करना होगा। अगर ट्रैफिक पुलिस मेन बाजार के रास्ते को वन वे घोषित कर देती है तो इस दौरान लोग खुद नियमों का पालन कर शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में योगदान दें, तभी जाकर शहर में जाम की समस्या से पूर्ण निजात मिल सकेगी।
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कमिश्नर या फिर मेयर ले सकते है फैसला : एसएचओ
जिला ट्रैफिक प्रभारी इंस्पेक्टर जगतार ¨सह का कहना है कि शहर के मेन बाजार को वन वे करने का फैसला मेयर व निगम कमिश्नर ले सकते हैं। उक्त फैसले से शहर वासियों को ट्रैफिक समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अगर शहर के मेन बाजार से लेकर शहर के प्रवेश तक सड़क पर डिवाइडर बना दिया जाए तो भी ट्रैफिक समस्या काफी हद तक कंट्रोल हो जाएगी।