Move to Jagran APP

वाल्मीकि,मजहबी सिख महासभा की बैठक संपन्न

मजहबी सिख महासभा की बैठक सोमवार को आयोजित हुई। इंद्रपाल सिंह वाल्मीकि मजहबी सिख महासभा के महासचिव बनाए गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 12:22 AM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 12:22 AM (IST)
वाल्मीकि,मजहबी सिख महासभा की बैठक संपन्न
वाल्मीकि,मजहबी सिख महासभा की बैठक संपन्न

संवाद सहयोगी,मोगा : मजहबी सिख महासभा की बैठक सोमवार को आयोजित हुई। इंद्रपाल सिंह वाल्मीकि, मजहबी सिख महासभा के महासचिव बनाए गए। इस दौरान वाल्मीकि, नागरिकता संशोधन कानून लागू करने के खिलाफ तथा शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों के लिए 20 प्रतिशत पास अंक करने का विरोध किया गया। महासभा के सरपरस्त मंजीत सिंह धालीवाल एडवोकेट, चेयरमैन बचित्र सिंह, उप चेयरमैन जगतार मक्खू ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी. लागू करके केंद्र सरकार इस देश में फूट डालना चाहती है। यह संविधान व लोकतंत्र पर यह कानून एक बहुत बड़ा हमला है तथा दलित भाईचारे ऐसे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ है, जो भारत के समाज को बाटना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा विभाग ने गत दिवस एक आदेश जारी किया कि बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में पास अंक 20 प्रतिशत करके विद्यार्थियों के साथ सरकारी खिलवाड़ किया जा रहा है, क्योंकि 20 प्रतिशत के साथ सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थी अपने भविष्य में कंपीटिशन परीक्षाओं के योग्य नहीं रहेंगे। बैठक में सर्वसम्मति से इन्द्रपाल सिंह को वाल्मीकि,मजहबी सिख महासभा का महासचिव नियुक्त किया गया। महासचिव पद के चुने जाने के बाद इन्द्रपाल सिंह ने जत्थेबंदी के लिए अपनी जि?मेवारी को तनदेही से निभाने का प्रण किया। इस मौके पर अध्यक्ष बलजिंदर सिंह धालीवाल, अमनदीप सिंह, दीपू सहोता, गुरतेज सिंह, बलदेव सिंह, चरणजीत सिंह सरपंच, राजराल सिंह, विनोद घारू, हरभिंदर सिंह, लाल सिंह चौधरी आदि

loksabha election banner

उपस्थित थे।

--


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.