डेंगू के मरीजों की संख्या 50 पहुंची, विभाग ने कॉलोनियों में करवाई फागिंग
सिविल सर्जन मोगा डॉ. हरिंदरपाल सिंह के आदेशों पर शुक्रवार को फ्राइ डे ड्राइडे मुहिम के तहत झुग्गी झोंपड़ी वाले इलाकों में लोगों को बीमारियां से बचाने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई।
संवाद सहयोगी, मोगा : सिविल सर्जन मोगा डॉ. हरिंदरपाल सिंह के आदेशों पर शुक्रवार को फ्राइ डे ड्राइडे मुहिम के तहत झुग्गी झोंपड़ी वाले इलाकों में लोगों को बीमारियां से बचाने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई। इसके अधीन हेल्थ सुपरवाइजर महिद्र पाल लूंबा के नेतृत्व में टीम भेजी गई। रेलवे कॉलोनी और उसके साथ पड़ती झुग्गियों, सब्जी मंडी और इसके साथ पड़ती झुग्गियों में पहले स्प्रे करवाई। बाद में फागिग की गई। इस संबंधित जिला एपीडीमालोजिस्ट डॉ. मुनीष अरोड़ा ने बताया कि सिविल सर्जन मोगा की तरफ से यह आदेश दिए गए थे कि झुग्गी झोंपड़ी वाले इलाकों में लोगों को डेंगू , मलेरिया, चिकनगुनियां जैसी मच्छरों से फैलने वालों बीमारियां से बचाने के लिए विशेष टीमें भेजी जाए, जिसका पालन करते उन्होंने इन इलाकों में टीमें भेजी है। इसकी तरफ से रेलवे कॉलोनी और सब्जी मंडी में पड़ती 300 के करीब झुग्गियों में लारवा ढूंढने की मुहिम चलाई गई। लारवा वाले स्थानों पर लारवीसाइड का स्प्रे करवा कर नष्ट करवाया गया, उसके बाद मच्छर को खत्म करने के लिए फागिग भी की गई। डॉ. मुनीष अरोड़ा ने बताया कि मोगा जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 50 पर पहुंच चुकी है, जिस में 36 मरीज मोगा शहर और 14 मरीज गांवों के साथ सबंधित हैं। इस मुहिम के दौरान नगर निगम की टीम ने अब तक 42 चालान काटे जा चुके हैं। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है, जो अंडे से अडलट अवस्था तक 10 दिनों में पहुंच जाता है। इसी कारण सेहत विभाग मोगा की तरफ से हर शुक्रवार को ड्राई डे मनाया जाता है। बुखार होने की जिले के सिविल अस्पताल मोगा पहुंच कर खून की जांच और इलाज मुफ्त करवाना चाहिए। इस मौके हेल्थ सुपरवाइजर महिद्र पाल लूंबा ने बताया कि हमारी टीम की तरफ से रोजाना डेंगू के पॉजिटिव मरीजों के घर जा कर एटोमोलोजीकल सर्वे किया जाता है व डेंगू के मरीज के घर समेत आस आसपास के 100 घरों में लारवा ढूंढ के उसे नष्ट किया जाता है। लारवीसाईड का स्प्रे करवाया जाता है।