किसानों ने मशाल जला मनाई काली दीपावली, नेचर पार्क में मनाई रणनीति
कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसानों का संघर्ष जारी है। मोगा में उन्होंने मशाल जला काली दीवाली मनाई।
संवाद सहयोगी, मोगा : निजी कंपनी के पेट्रोल पंप राजेयाना में केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान किसानों व मजदूरों ने 46वें दिन मशाल जलाकर काली दीपावली मनाकर अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया। इस मौके पर किरती किसान यूनियन यूथ विग के नेता बलकरण सिंह वैरोके, महिला विग के नेता जसविदर कौर बड़ा घर और भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के गुरदीप सिंह वैरोके, चारा चंद मौड़ ने कहा कि संघर्षशील लोगों के त्योहार मोर्चों में ही होते है। जिस तरह दशहरा वाले दिन केंद्र सरकार के पुतले फूंककर दशहरा मनाया गया और लोक एकता के दीये जलाकर मशाल जलाकर मोर्चे में ही दीपावली मनाई गई। उन्होंने कृषि सुधार कानूनों को रद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती तब तक संघर्ष को जारी रखा जाएगा। नेताओं ने कहा कि 18 नवंबर को पंजाब के किसान संगठनों की बैठक चंडीगढ़ में है। जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि 26 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के जसप्रीत सिंह राजेयाना, नछत्तर प्रेमी, सुरजीत कोटला, बलविदर सिंह, कुलवंत सिंह छोटा घर, बलविदर सिंह पप्पू, सुखजीत बुक्कनवाला, लाभ सिंह रोडे, सुखजीत बुक्कनवाला, लाभ सिंह रोडे आदि उपस्थित थे।
उधर नेचर पार्क में रविवार को भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां ब्लाक मोगा-1 ने केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन किया। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष गुरभिदर सिंह कोकरी कलां ने कहा कि केंद्र सरकार से पंजाब की किसान जत्थेबंदियों की बैठक बेनतीजा रही। पहले ही किसानों को पता था कि निराशानतक बैठक होगी। लेकिन केंद्र अब पंजाब समेत देश के किसानों का रोष का सामना करने के लिए केंद्र सरकार तैयार रहे। उन्होंने कहा कि 18 नवंबर को जिला हेडक्वार्टरों पर धरने तथा 26 व 27 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने सभी किसानों को किए जा रहे रोष प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने को प्रेरित किया। इस मौके पर नछत्तर सिंह कंग ने कृषि सुधार कानूनों को तुरंत रद करने की मांग की। इस अवसर पर गुरजंट कोकरी, हरबंस अजीतवाल, अजमेर हेरां, अजायब सिंह, कुलविदर सिंह चूहड़चक्क आदि उपस्थित थे।