Move to Jagran APP

दुनिया को अपना बना लेने से ही शिक्षा सार्थक

आर्ट आफ लिविग के प्रणेता श्री-श्री रविशंकर जी ने आईएसएफ कॉलेज आफ फार्मेसी के दीक्षांत समारोह में दुनिया के लिए ड्रग डिलीवरी सिस्टम की नई इबारत लिख रहे पीएचडी फार्मा डी जैसी डॉक्टरेट ड्रिग्रियां करने वालों को डिग्रियां सौंपने के साथ ही जीवन

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 06:22 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 06:22 PM (IST)
दुनिया को अपना बना लेने से ही शिक्षा सार्थक
दुनिया को अपना बना लेने से ही शिक्षा सार्थक

जागरण संवाददाता, मोगा : आर्ट ऑफ लिविग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ने आइएसएफ कॉलेज ऑफ फार्मेसी के दीक्षांत समारोह में दुनिया के लिए ड्रग डिलीवरी सिस्टम की नई इबारत लिख रहे पीएचडी, फार्मा-डी जैसी डॉक्टरेट डिग्रियां करने वालों को डिग्रियां सौंपने के साथ ही जीवन की सफलता के साथ राष्ट्र की प्रगति और उन्नति का मार्ग दिखाया।

loksabha election banner

इस मौके पर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि यूनिवर्सिटी या रिसर्च कॉलेज में पढ़ते हुए महज कुछ ज्ञान हासिल करके चले जाना शिक्षा का असल उद्देश्य नहीं है। शिक्षा तभी सार्थक है, जब शिक्षा देश की समस्याओं के समाधान के काम आए, देश में खुशहाली लाने का कारण बने। ये काम यहां से निकलने वाले विद्यार्थी ही कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का नागरिक दुनिया के काम आ सकता है। देश में आज नशा बड़ी चिता की बात है। विदेश में जाकर जब यहां के युवा नशे के कारण डिपोर्ट होते हैं, तब शर्म से सिर झुक जाता है। हमें पूरे समाज के सहयोग से नशे की बुराई से बाहर निकलना होगा और देश की उन्नति के लिए काम करना होगा।

श्री श्री रविशंकर ने कहा कि दुनिया से हम बहुत सारे अच्छे गुण ले सकते हैं। जापान से टीम वर्क सीख सकते हैं, जर्मन से दोषमुक्त प्रोडक्ट बनाना। अमेरिका से मार्केटिंग टेक्निक और ब्रिटिश से सभ्यता और विनम्रता सीख सकते हैं। भारत से मानवता सीखी जा सकती है। सभी को अपना बना लेने की बड़ी कला भारत व भारत में रहने वाले लोगों के पास ही है। गंभीर समस्याओं और चुनौतियों के बीच भी यहां के लोग अपने लिए खुशियां तलाश लेते हैं। दुनिया के दूसरे देशों में यह सब नहीं होता है। यही कला हमारे देश के नौजवानों को दुनिया के सारे देशों को सिखानी है। सारी दुनिया को अपना बना लेना है तभी शिक्षा सार्थक है।

दीक्षांत समारोह में इंद्रकुमार गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनीवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. एके शर्मा, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर, एआइसीटीई के रीजनल ऑफिसर डॉ. आरके सोनी, नाइपर मोहाली के डॉ. रघु रामाराव, डॉ. करणवीर सिंह कंट्रोलर एग्जामिनेशन जैसी कई शिक्षा जगत की नामी हस्तियां मौजूद थीं। कॉलेज के चेयरमैन प्रवीन गर्ग ने श्री श्री रविशंकर का कैंपस में पहुंचने पर स्वागत किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.