गर्भवती की मौत, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
फोटो-51 52 53 -दोपहर में अस्पताल से दवा लेकर वापस घर लौटी थी कुछ घंटे बाद शव पहुंचा अस्पताल -सास बोली डॉक्टर द्वारा बताई दवा खाने से बिगड़ी हालत -गर्भवती की हालत देख पुलिस को कर दिया था सूचित तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम
जागरण संवाददाता, मोगा : मथुरादास सिविल अस्पताल से दवा लेकर गई सात महीने की गर्भवती की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। शव का तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने देर शाम को पोस्टमार्टम किया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने मरीज को दवा लिखी थी, घर जाकर दवा खाते ही महिला की हालत बिगड़ गई, उसे अस्पताल लाया गया तो रास्ते में ही उसके मुंह से झाग निकलने लगी थी, इमरजेंसी में रात को पहुंचने पर चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। मामला संदिग्ध होने के कारण अस्पताल से सूचना पुलिस को दे दी गई थी।
डीएसपी सिटी परमजीत सिंह ने अस्पताल पहुंचकर मामले की छानबीन की और परिजनों को भरोसा दिया कि उनके साथ पूरी तरफ इंसाफ किया जाएगा। महिला का विसरा परीक्षण के लिए लैब में भेज दिया गया है। विसरा रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
मृतका छिदरपाल कौर पत्नी हरिदर सिंह निवासी डरोली भाई की सास परमजीत कौर ने बताया कि उसके ट्रक चालक बेटे हरिदर सिंह की दो साल पहले मलोट निवासी छिदरपाल कौर के साथ लव मैरिज हुई थी। छिदरपाल कौर सात महीने की गर्भवती थी। उसे सिविल अस्पताल में पहले चार फरवरी को चेकअप के लिए लाया गया था। पांच फरवरी को दोबारा महिला रोग विशेषज्ञ डॉ.मनीषा गुप्ता ने उसका चेकअप करने के बाद उसे हृदय रोग विशेषज्ञ के पास रेफर कर दिया था। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.साहिल गुप्ता की रिकंडेशन के बाद महिला की ईसीजी कराई गई थी, साथ ही कुछ अन्य टेस्ट मंगलवार को कराने के लिए कहा गया था।
परमजीत कौर का कहना है कि दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे तक चेकअप कराकर वह पुत्रवधू को लेकर वापस घर गई थी। शाम को लगभग सात बजे उसकी पुत्रवधू को कुछ परेशानी हुई तो डॉक्टर द्वारा बताई दवा खिलाई थी, दवा खाने के कुछ देर बाद ही छिदर कौर की हालत खराब होने लगी, उसे जलन महसूस हुई, ज्यादा हालत बिगड़ने पर उसे तत्काल सिविल अस्पताल में लाया गया, रास्ते में ही उसके मुंह से झाग आने लगी थे। सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के रिकॉर्ड के अनुसार छिदरपाल यहां रात को साढ़े आठ बजे मृत हालत में पहुंची थी। उसकी स्थिति को देखते हुए उस समय छिदर पाल कौर को अटेंड करने वाले चिकित्सक डॉ.मानक सिगला के कहने पर अस्पताल के अधिकारियों ने सूचना रात को ही पुलिस को दे दी थी। बाद में डीएसपी सिटी परमजीत सिंह ने मंगलवार दोपहर पहुंचकर मामले की छानबीन कर परिजनों को भरोसा दिया कि उनके साथ पूरा इंसाफ होगा। शिकायत मिलने पर करेंगे जांच : डॉ. अत्री
अस्पताल के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ.राजेश अत्री का कहना है कि उनके पास अभी तक किसी की लिखित शिकायत नहीं पहुंची है, अगर कोई शिकायत आती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।