संजीव जिम्मी, वर्ल्ड हिडन टैलेंट की विजेता रमिशा, शिफाली करेंगी लोगों को जागरूक
बढ़ते कोरोना संक्रमितों के बीच डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस की पहल पर अब शहर के कलाकार लेखक कवि भी जागरूकता मुहिम में शामिल हो गए हैं।
सत्येन ओझा, मोगा : बढ़ते कोरोना संक्रमितों के बीच डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस की पहल पर अब शहर के कलाकार, लेखक, कवि भी जागरूकता मुहिम में शामिल हो गए हैं। कोरियोग्राफर संजीव जिम्मी वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों को इन दिनों में लोगों को पार्टियों, बैठकों व सामूहिक रूप में टहलने के मामलों से दूर रहने के प्रति जागरूक करेंगे। वहीं युवा कवियत्री शिवानी गुप्ता अपनी कविताओं के माध्यम से जागरूक करेंगी।
हाल ही में वर्ल्ड हिडन टैलेंट की विजेता रमिशा सिगला अपने स्कैच के माध्यम से तो वहीं कुकिग-बेकिग की विजेता शिफाली अग्रवाल अपने होम मेड केक के माध्यम से स्टे होम, स्टे सेफ का संदेश देंगी। क्या है संक्रमण का आंकड़ा
जिले में अब तक 203 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। वर्तमान में 58 केस एक्टिव हैं। लॉकडाउन के दिनों में मोगा जिला पंजाब के सेफ जोन में था, लेकिन अनलॉक-2 शुरू होने के बाद कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे चितित डीसी संदीप हंस ने समाज के हर वर्ग के सहयोग से जनचेतना मुहिम शुरू करने की पहल की है। क्या है संक्रमण के बड़े कारण
दो महीने के लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 होने के बाद पहले तो लोगों ने माहौल को देखा, अनलॉक-2 शुरू होने के बाद जैसे ही होटलों को खुलने की अनुमति मिली तो पार्टियों के दौर शुरू हो गए। सूत्रों का कहना है कि कुछ होटलों में पार्टियों के दौर में प्रतिबंध के दौरान भी जारी थे। रात को होटलों की बाहरी लाइटें बंद रहती थीं, जबकि अंदर पार्टियां चल रही थीं। पिछले दिनों एक होटल में तो 50 की अनुमति के बावजूद 150 लोगों तक की पार्टी हुई। महिलाओं की भी किटी पार्टियां शुरू हो गई थीं। मंदिरों में भी भले ही श्रद्धालुओं की पहले जैसी भीड़ नहीं है लेकिन लंगर लगाकर प्रसाद बांटने व धार्मिक स्थलों पर जाने की होड़ लोगों में मच गई, शहर के प्रबुद्ध वर्ग का हाल ये है कि शाम छलते ही शहर के न्यू टाउन, जवाहर नगर, गीता भवन चौक से लेकर गीता भवन तक, परवाना नगर, न्यू गीता कॉलोनी में झुंडों में कई-कई परिवार घूमते देखे जा सकते हैं। बाहर से भी लोगों का आना जाना शुरू हो गया है। मिलन, मिलाने से अभी बचें : डीसी
समय अभी अनुकूल नहीं है, मिलने, मिलाने से अभी बचें। अब तो खुद को जागरूक कर ही बचाव किया जा सकता है। पार्टियों से बचें क्योंकि कम्युनिटी स्प्रिट हुआ तो बहुत मुश्किल हो सकती है। प्रशासन समाज के हर वर्ग के सहयोग से ही ऐसा कर सकता है।