बच्चे शिक्षित ही नहीं दीक्षित होकर निकलेंगे : सुनीता बाबू
मोगा द लर्निग फील्ड (टीएलएफ) ए ग्लोबल स्कूल ने नई शिक्षा नीति पर वर्कशॉप का आयोजन किया। इस दौरान प्रिंसिपल सुनीता बाबू ने स्टाफ को नई शिक्षा नीति के मूल बिंदुओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी ताकि स्टाफ अभी से नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लेकर खुद को पूरी तरह तैयार कर सके।
संवाद सहयोगी, मोगा
द लर्निग फील्ड (टीएलएफ) ए ग्लोबल स्कूल ने नई शिक्षा नीति पर वर्कशॉप का आयोजन किया। इस दौरान प्रिंसिपल सुनीता बाबू ने स्टाफ को नई शिक्षा नीति के मूल बिंदुओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी, ताकि स्टाफ अभी से नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लेकर खुद को पूरी तरह तैयार कर सके।
प्रिसिपल सुनीता बाबू ने कहा कि नई शिक्षा नीति की सबसे बड़ी विशेषता है कि स्कूलों से बच्चे अब सिर्फ शिक्षित होकर ही नहीं बल्कि दीक्षित होकर भी निकलेंगे, यानी शिक्षा सहित वे रोजगारपरक व व्यावसायिक पाठ्यक्रम एवं शिक्षा सहित लाइफ स्किल भी सीखेंगे, इसका जिक्र उनके रिपोर्ट कार्ड में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक शादी होने या किसी के बीमार होने पर कइयों की पढ़ाई बीच में छूट जाती थी। मगर, अब ये व्यवस्था है कि अगर किसी कारण से पढ़ाई बीच सेमेस्टर में छूट जाती है, तो उसे मल्टीपल एंट्री और एग्जिट सिस्टम के तहत लाभ मिलेगा। मतलब अगर आपने एक साल पढ़ाई की है, तो सर्टिफिकेट, दो साल की है तो डिप्लोमा और तीन या चार साल के बाद डिग्री दी जाएगी।
मल्टीपल डिसिप्लनरी एजुकेशन में अब आप किसी एक स्ट्रीम के अलावा दूसरा सब्जेक्ट भी ले सकते हैं। यानी अगर आप इंजीनियरिग कर रहे हैं और आपको म्यूजिक का भी शौक है तो आप उस विषय को भी साथ में पढ़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में टीचर्स की ट्रेनिग पर विशेष जोर दिया गया है। जब अध्यापक अपडेट होंगे, तभी वे बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दे सकते हैं। हालांकि टीएलएफ इस दिशा में शुरू से ही काम कर रहा है।
चेयरमैन इंजीनियर जनेश गर्ग ने बताया कि नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लेकर टीएलएफ की फैकल्टी को अभी से पूरी तरह अवगत कराया जा रहा है।