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चैत्र नवरात्र आज से, मंदिरों में हुई सजावट

। चैत्र नवरात्र मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। नौ दिन तक लगातार धार्मिक कार्यक्रम होंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 11:18 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 11:18 PM (IST)
चैत्र नवरात्र आज से, मंदिरों में हुई सजावट

तरलोक नरूला, मोगा

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चैत्र नवरात्र मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। नौ दिन तक लगातार धार्मिक कार्यक्रम होंगे। घरों में घट स्थापना होगी, खेत्री बीजी जाएगी, लगातार मां के नौ स्वरूपों का पूजन होगा। मां की ज्योत जलेगी। मंदिरों को भव्य ढंग से सजाया जा रहा है।

नवरात्र में मां दुर्गा के अलग अलग नौ स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। कोरोना महामारी के इस दौर में आस्था के साथ साथ सतर्कता का भी ध्यान रखना होगा। पुजारियों का भी कहना है कि भक्तजन मंदिर में दुर्गा माता की पूजा करते समय सरकारी गाइडलाइन का अवश्य ध्यान रखें।

पांच से लेकर 100 रुपये तक चुनरी उपलब्ध

पप्पी दी हट्टी के अंशुल ने बताया कि अलग साइज की माता की चुनरी पांच रुपये से लेकर 100 रुपये तक उपलब्ध है। माता के झंडे 10 से 50 रूपए तक के बिक रहे। माता के 16 श्रृंगार का सामान जैसे लिपस्टिक, बिदी, मेहंदी, सिदूर, नेल पलिस झुमके, चूड़ियां, माता का आसन आदि की भी बिक्री है। जो 70 रुपये में बिकती है। --महाशय दी हट्टी के सुधीर कुमार महाशय ने बताया कि नवरात्रि व्रत के लिए कुट्टू का आटा 200 रूपये किल्लो, सिगाड़े का आटा 440 रुपये किलो, स्वांग के चावल 200 रूपये किलो के हिसाब से बिक रहे हैं। इस वर्ष सील के आटे की भी मांग है जो 140 रूपये किलो बिक रहा है।

व्रत का मतलब भूखे रहना नहीं

डायटीशियन शीनम कालड़ा का कहना है कि व्रत का उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए। व्रत में सात्विक भोजन खाने की परंपरा है। नवरात्रि मौसम परिवर्तन के समय आते हैं, जब हमारी इम्युनिटी कम होती है, इन्फेक्शन रेट ज्यादा होता है। वर्तमान समय में व्रत का हर प्रकार का भोजन बाजार में उपलब्ध है जो न सात्विक होता न ही इम्युनिटी बढ़ाने वाला, बाजार में बना तले भोजन में नमक ज्यादा होता है, आयल ज्यादा होता है, ब्लड-प्रेशर व शुगर बढ़ाता है। लिवर फैटी हो जाता है, जिससे शरीर का वजन बढ़ता है। व्रत का मतलब भूखे रहना नहीं, बल्कि वह सात्विक भोजन करना है जिससे शरीर के जहरीले तत्व बाहर आएं, पौष्टिक भोजन मिले ताकि शरीर की इम्युनिटी बढ़े। व्रत में लोग आलू ज्यादा खाते हैं सब्जियों से परहेज करते हैं जो गलत है। फ्राइड कम से कम खाएं।

घिया, लौकी की सब्जी खा सकते हैं। कच्चे पपीते की सब्जी, टमाटर ले सकते हैं। पनीर ज्यादा लें। मौसमी सब्जियां से लिवर साफ होता है, पानी ज्यादा पीएं, चाय व काफी ज्यादा न लें, जिससे लिवर ठीक से साफ हो सके, यानि जहरीले तत्व शरीर से बाहर निकल सकें। पानी कम पीने, चाय काफी ज्यादा पानी से भूख ज्यादा लगती है, थकावट ज्यादा होती है। फलों का जूस जूस टमाटर, लौकी, घिया या सूप लें। न भूखे रहें, न ज्यादा खाएं। तभी व्रत सार्थक होगा।

-- ये होंगे नवरात्र पर कार्यक्रम

-प्राचीन श्री सनातन धर्म हरी मंदिर के पुजारी पवन गौड़ ने बताया कि 13 अप्रैल से दुर्गा स्तुति के पाठ आरंभ होगें जो 20 जारी रहेंगे।रोजाना सायं महिलाओं द्वारा दुर्गा स्तुति के पाठ होंगे। माता का पूजन होगा।

-गीता भवन के पुजारी नंद किशोर ने बताया कि में 13 अप्रैल को श्री रामायण के पाठ आरंभ होंगे। रामनवमी पर पूर्णाहुति होगी।रोजाना सायं महिला मंडल द्वारा सामूहिक रूप में रामचरितमानस के पाठ होंगे।

-शिव साईं मंदिर सेवादार राकेश कुमार ने बताया कि मंदिर में 13 अप्रैल से श्री रामायण के पाठ आरंभ होंगे। रोजाना सायं राम चरितमानस के पाठ तथा राज मिश्रा द्वारा सत्संग होगा।


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