प्रत्याशियों ने माथा टेक लिया डेरा ब्यास मुखी से लिया आशीर्वाद
। विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां शुरू होते ही नेताओं ने भी डेरों में फेरे लगाने शुरू कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता.मोगा
विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां शुरू होते ही नेताओं ने भी डेरों में फेरे लगाने शुरू कर दिए हैं। प्रत्याशी भी ये बात अच्छी तरह जानते हैं कि चुनाव में सभी का आशीर्वाद जरूरी है।
शहर में बुधवार की शाम से राजनीतिक बाजार में चर्चाओं का दौर उस समय गर्मा गया जब डेरा ब्यास के मुखी बाबा गुरिदर सिंह ढिल्लों के मोगा स्थित सत्संग घर में पहुंचने की जानकारी मिलने पर एक के बाद एक सभी दलों के प्रत्याशी बारी-बारी से कोटकपूरा बाईपास रोड स्थित डेरे में पहुंचना शुरू हो गया।
कांग्रेस प्रत्याशी मालविका सूद, भाजपा के संभावित प्रत्याशी डा.हरजोत कमल, शिअद के उम्मीदवार बरजिदर सिंह बराड़, संयुक्त किसान मोर्चा के प्रत्याशी नवदीप संघा ने डेरे में पहुंचकर बाबा जी का आशीर्वाद लिया। बाबाजी ने भी सभी को आशीर्वाद दिया।
वहीं, जब बाबा जी खुद बुधवार देर शाम को पूर्व विधायक व अकाली नेता जोगिदर पाल जैन के निवास पर पहुंचे तो ये चर्चा का विषय बन गया। जैन इस समय अस्वस्थ चल रहे हैं। 25 साल में पहला मौका है, जब वे किसी चुनावी मौसम में सक्रिय नहीं है, लेकिन जैन राजनीति के क्षेत्र में अच्छे रणनीतिकार रहे हैं। वह जिस दल में भी रहे हैं, मोगा की राजनीति किसी दल के अनुसार नहीं, जैन की नीतियों के इर्द-गिर्द घूमती रही। जैन ने जैसा चाहा, जिस पार्टी में भी गए, परिणाम अपने अनुसार ही हासिल किया। यही वजह है कि बाबा जी जब जैन के घर पहुंचे तो राजनीतिक दल के नेताओं को चिंता होना स्वाभाविक ही था।
जैन के आवास पर बाबाजी के साथ पहुंचने वालों में भाजपा नेता एवं पूर्व डीजीपी परमदीप सिंह गिल भी थे। करीब एक घंटे की इस मुलाकात के बाद जब बाबाजी व पूर्व डीजीपी गिल जोगिंदर पाल जैन के घर से निकले तो तेजी के साथ शहर में अफवाह फैली कि भाजपा का टिकट पूर्व डीजीपी गिल को मिल सकता है। हालांकि भाजपा सूत्रों ने इसे कोरी अफवाह बताते हुए कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। लेकिन अफवाह इस कदर तेजी के साथ फैली कि गिल के करीबी लोग भी ये पूछते हुए दिखे कि अगर पीएस गिल चुनाव मैदान में आते हैं तो शहर का क्या रुझान रहेगा।
उधर भाजपा सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने मोगा शहरी सीट की टिकट को लेकर पार्टी नेतृत्व फैसला पहले ही ले चुका है, वही फैसला अटल रहेगा। माना जा रहा है कि शुक्रवार तक भाजपा के प्रत्याशियों की सूची घोषित हो सकती है, पहली सूची में हाल ही में कांग्रेस से विद्रोह कर भाजपा में शामिल हुए डा.हरजोत कमल का नाम आना तय माना जा रहा है। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग चुकी है।