गलती किसी की, भाजपा नेता हरमनदीप को दो दिन रहना पड़ा सीआइए स्टाफ की हिरासत में
। फेसबुक या अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अगर आप अपने व परिवार के व्यक्तिगत फोटो लगा रहे हैं तो सावधान हो जाएं।
जागरण संवाददाता.मोगा
फेसबुक या अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अगर आप अपने व परिवार के व्यक्तिगत फोटो लगा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। इसके लिए या तो फोटो पर सुरक्षा मानकों का प्रयोग करें, अन्यथा कोई शरारती व्यक्ति फोटो को कापी करके आपको मुसीबत में डाल सकता है।
जी हा,ं ऐसा ही एक वाक्या मोगा के भाजपा नेता के साथ पेश आया है। कोई गलती न होने के बावजूद उन्हें दो दिन तक सीआइए स्टाफ बठिडा की हिरासत में रहना पड़ा। जब सच का पता चला तो पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया, लेकिन सीआइए स्टाफ की दो दिन की हिरासत ने भाजपा नेता को बहुत बड़ा सबक सिखा दिया। रिश्तेदारी से लौटते समय हिरासत में
लिया
छात्र राजनीति से मोगा भाजपा की सक्रिय राजनीति में आए भाजपा नेता हरमनदीप सिंह विगत मंगलवार को पंजगराईं में पत्नी व बच्चों को रिश्तेदारी में छोड़कर मोगा लौट रहे थे, तभी सीआइए स्टाफ बठिडा की टीम ने हरमनदीप सिंह को अपनी हिरासत में ले लिया। बठिडा पुलिस गुरप्रीत सिंह के नाम पर फर्जी आइपीएस अधिकारी बने युवक को ढूंढ़ रही थी। इस फर्जी आइपीएस की फेसबुक आइडी पर मोगा के भाजपा नेता हरमनदीप सिंह का फोटो लगा थी, जिसमें वे पत्नी व बच्चों के साथ खड़े हुए थे। आशंका है कि ये फोटो आरोपित ने हरमन की फेसबुक आइडी से कापी की थी। बाबा को दी जा रही थी धमकी
बठिडा के एक बाबा ने पुलिस से शिकायत की थी कि उन्हें गुरप्रीत सिंह नामक कोई आइपीएस धमका रहा है, इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने धमकाने वाले का रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो फर्जी फेसबुक आइडी पर फोटो मोगा के भाजपा नेता का लगे होने के कारण सीआइए स्टाफ ने उस फोटो की पहचान कर हरमन को हिरासत ले लिया। दो दिन तक हिरासत में रखने के बाद सीआइए स्टाफ पुलिस ने हरमनदीप सिंह का पूरा रिकार्ड चेक किया। मोगा से भी उनके बारे में पता किया तो कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद उन्हें अगले दिन दोपहर को छोड़ दिया गया। बाद में पता चला है कि फर्जी आइपीएस बने युवक की सीआइए स्टाफ बठिडा ने पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया है, संबंधित व्यक्ति अमृतसर के दारापुर गांव का रहने वाला बताया जा रहा है।
खुद पर पूरा भरोसा था
भाजपा नेता हरमनदीप सिंह का कहना है कि भले ही उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया था, लेकिन जिस अंदाज में पुलिस ने उनकी घेराबंदी कर हिरासत में लिया, एक बार तो वे डर गए थे। उन्हें खुद पर पूरा भरोसा था क्योंकि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया था, लेकिन इस घटना के बाद ये सबक जरूर मिला है कि फेसबुक ही नहीं किसी भी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अपना फोटो डालकर उस पर सिक्योरिटी लगाकर रखेंगे, ताकि कोई उनके फोटो कापी न कर सके।