बच्चे शानदार ढंग से लोगों को कर रहे जागरूक
21 दिन के होम क्वारांटाइन ने जब लोगों की जिदगी ही बदल दी घर में ही पूरा संसार सिमट कर रह गया ऐसे में एकांतवास में रह रहे लोगों के जीवन को उत्सव में बदलने के हर दिन कोई न कोई प्रयास हो रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास सॉफ्ट स्किल की इंटरनेशनल ट्रेनर मोगा की भवदीप कोहली ने स्पीक टू लीड के नाम से ऑनलाइन कंपटीशन शुरू किया। ये ऑनलाइन
जागरण संवाददाता, मोगा : 21 दिन के होम क्वारंटाइन ने जब लोगों की जिदगी ही बदल दी, घर में ही पूरा संसार सिमट कर रह गया, ऐसे में एकांतवास में रह रहे लोगों के जीवन को उत्सव में बदलने के हर दिन कोई न कोई प्रयास हो रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास सॉफ्ट स्किल की इंटरनेशनल ट्रेनर मोगा की भवदीप कोहली ने स्पीक टू लीड के नाम से ऑनलाइन कंपीटीशन शुरू किया। ये ऑनलाइन कंपटीशन सॉफ्ट स्किल ट्रेनर भवदीप कोहली ने मोगा से शुरू किया, पहले देश भर के प्रतियोगी शामिल होना शुरू हुए, बाद में ये कंपटीशन इंटरनेशनल बन चुका है, इसमें अमेरिका व आस्ट्रेलिया के बच्चे भी भाग ले रहे हैं।
सॉफ्ट स्किल ट्रेनर भवदीप कोहली का कहना है कि प्रतियोगिता दो वर्गों में शुरू हुई है, 8 से 13 साल के बच्चों का ग्रुप 14 से 18 साल के बच्चों का ग्रुप। इस प्रतियोगिता में बच्चों को लगातार 10 दिन तक दस टॉपिक पर अपनी स्पीच रिकार्ड कर ऑनलाइन अपलोड करनी है। प्रतियोगिता में शामिल हो रहे देश व विदेश के 45 बच्चे हर दिन देश के ज्वलंत मुद्दों पर बेबाक अपनी बात रख रहे हैं। कोविड-19 के प्रति लोगों को अवेयर करते हुए मार्मिक संदेशों के साथ ही बच्चे ट्रांसजेंडर, बाल यौन शोषण, सफलता, असफलता, फेयरनेस क्रीम नहीं पहचान को काबलियत से बनेगी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर बच्चे बेबाक टिप्पणी कर रहे हैं। प्रतियोगिता पूरी तरह निशुल्क है। ट्रेनर भवदीप कोहली के अनुसार 21 दिन के लॉक डाउन के बीच बच्चे जहां स्पीकिग में लीडिग क्वालिटी हासिल कर रहे हैं वहीं वर्तमान हालातों में बच्चे क्या सोच रहे हैं, भविष्य का ये परिदृश्य स्पष्ट रूप से सामने आ रहा है वहीं बच्चे ही नहीं बल्कि उनके पेरेंट्स भी इसमें इनवोल्व होकर पूरे कंपीटीशन को एंजोय कर रहे हैं, और अपना क्वालिटी समय बिता रहे हैं।
ट्रेनर भवदीप कोहली ने बताया कि पहले चरण की सफलता के बाद अब महिलाओं की डिमांड को देखते हुए ऑनलाइन ओपन कंपीटीशन आठ अप्रैल से शुरू होगा।