किसान आंदोलन : आर्टिस्ट गुरप्रीत कोमल ने तैयार किया झंडा, हस्ताक्षर मुहिम शुरू
। मोगा के मेन चौक में शनिवार को किसान आंदोलन हस्ताक्षर मुहिम के तहत आर्टिस्ट गुरप्रीत सिंह कोमल की ओर से तैयार किए गए विश्व के सबसे बड़े झंडे पर हस्ताक्षर मुहिम शुरू की गई।
संवाद सहयोगी,मोगा
मोगा के मेन चौक में शनिवार को किसान आंदोलन हस्ताक्षर मुहिम के तहत आर्टिस्ट गुरप्रीत सिंह कोमल की ओर से तैयार किए गए विश्व के सबसे बड़े झंडे पर हस्ताक्षर मुहिम शुरू की गई। कोमल का पूरा परिवार झंडे को लेकर मैन चौक में पहुंचा था।
गुरप्रीत सिंह कोमल ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते इंटरनेट मीडिया पर कार्टूनों के जरिए वह लोगों को जागरूक करते रहे। उनके परिवार ने मिलकर एक बड़ा ध्वज तैयार किया है। पूरे जिले से ज्यादा से ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर करवाने के बाद इस झंडे को दिल्ली सिघु बार्डर पर भेजा जाएगा। शनिवार को मोगा के मेन चौक में शुरू हुए हस्ताक्षर अभियान में आसपास के गांवों व कस्बों से किसान व युवा वर्ग ट्रैक्टर रैली के रूप में वहां पहुंचे।
कोमल ने कहा कि उनके द्वारा पहले भी कई अभियान चलाए जाने के बाद उनका नाम गिनिज बुक में दर्ज हो चुका है। लेकिन अब किसान हित में अपनी आवाज बुलंद करते हुए पूरे परिवार का सहयोग मिला। इसी की बदौलत उन्होंने सवा पांच किलो वजन का झंडा तैयार किया।
जान गंवाने वाले 116 किसानों के लिखे हैं नाम
कोमल ने कहा कि इस झंडे पर किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 116 किसानों के नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। ध्वज में जगह-जगह अपनी कलाकारी दिखाई है। कलाकारों का कहना है कि इस झंडे में लगभग 395 वर्गफुट एक तरफ खाली जगह आम जनता के हस्ताक्षर लेने के लिए रखी गई है, ताकि जनता अपने हस्ताक्षरों से दिल्ली की सरहदों पर बैठे किसानों को उनके साथ होने का अहसास करवा सकें। 26 जनवरी से पहले ध्वज पहुंचाएंगे दिल्ली आर्टिस्ट गुरप्रीत सिंह कोमल ने बताया कि 16 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक अलग-अलग स्थानों पर जिले में किसान संघर्ष के समर्थन में हस्ताक्षर मुहिम चलाई जा रही है। इस दौरान हर गांव से हस्ताक्षर करवाने का प्रयास रहेगा। 26 जनवरी से पहले झंडा दिल्ली सिघु बार्डर पर पहुंचाया जाएगा ताकि किसान संगठन 26 जनवरी को यह ध्वज दिल्ली में लहरा सकें।