एडीए ने फेसबुक पर ¨हदू देवताओं के खिलाफ की टिप्पणी, शिकायत
मोगा : एडीए (असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट अटार्नी) सुखदेव ¨सह ने गत 27 नवंबर को अपने फेसबुक अकांउट पर एक पोस्ट शेयर कर ¨हदू धर्म के भगवान श्री राम चंद्र व श्री हनुमान के बारे में टिप्पणी की थी। उक्त टिप्पणी का जिला बार एसोसिएशन ने कड़ा संज्ञान लिया। जिसके बाद अगले ही दिन एडीए सुखदेव ¨सह ने अपनी फेसबुक से उक्त पोस्ट को डिलीट कर दिया।
संवाद सहयोगी, मोगा : एडीए (असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट अटार्नी) सुखदेव ¨सह ने गत 27 नवंबर को अपने फेसबुक अकांउट पर एक पोस्ट शेयर कर ¨हदू धर्म के भगवान श्री राम चंद्र व श्री हनुमान के बारे में टिप्पणी की थी। उक्त टिप्पणी का जिला बार एसोसिएशन ने कड़ा संज्ञान लिया। जिसके बाद अगले ही दिन एडीए सुखदेव ¨सह ने अपनी फेसबुक से उक्त पोस्ट को डिलीट कर दिया। मगर, जिला बार एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेट गोपाल कृष्ण बांसल ने अपने साथी वकीलों के साथ मिलकर एडीए सुखदेव ¨सह के खिलाफ एडीसी मोगा, एसएसपी मोगा, डायरेक्टर प्रोसीक्यूशन एंड लिटीगेशन चंडीगढ़, चीफ जस्टिस पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी निर्मलजीत ¨सह कलसी को उक्त टिप्पणी के खिलाफ शिकायत की है। इस शिकायत में आरोपित सुखदेव ¨सह को तुरंत एडीए के पद से निष्कासित करने और उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
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माहौल खराब करने चाहते हैं एडीए
शिकायतकर्ता एडवोकेट गोपाल कृष्ण बांसल ने दैनिक जागरण को बताया कि एडीए सुखदेव ¨सह इससे पहले भी अपनी फेसबुक से कई ऐसी पोस्ट शेयर कर चुके हैं, जिससे ¨हदू व सिख धर्म में दरार पड़ सकती है। यही नहीं एडीए भड़काऊ सोच के व्यक्ति हैं। वह आए दिन मौजूदा सरकार के खिलाफ ही सोशल मीडिया पर टिप्पणियां करते हैं, ताकि लोग सरकार के खिलाफ बगावत कर दें। जबकि एक सरकारी वकील होने के नाते सुखदेव ¨सह को यह सब शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि अब तो उन समेत कई वकीलों को ऐसा लगने लगा है कि सुखदेव ¨सह निष्पक्ष होकर सरकारी वकील की ड्यूटी नहीं निभा सकते हैं। इसलिए वकीलों ने मांग की है कि सुखदेव ¨सह को तुरंत उनके पद से निष्कासित कर उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप तहत कानूनी कार्रवाई की जाए।
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भावनाओं को आहत करना नहीं था मकसद : एडीए
एडीए सुखदेव ¨सह का कहना है कि उक्त पोस्ट उन्होंने तार्किक ढंग से डाली थी। किसी की भावना को आहत करना उनका मकसद नहीं था। उक्त पोस्ट पर एतराज होने के चलते उन्होंने उसे अपने फेसबुक अकाउंट से डिलीट कर दिया था। हां, अगर इसके बाद भी किसी को लगता है कि उन्होंने किसी के मन को ठेस पहुंचाई है तो वह इसके लिए क्षमा भी मांगते हैं।
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डीसी करेंगे जांच : एडीसी
एडीसी मोगा अजय सूद का कहना है कि वकीलों का एक वफद सोमवार को उनसे आकर मिला था और उक्त एडीसी के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई है। इस बारे में वह डीसी संदीप हंस के सामने इस मामले को उठाएंगे और डीसी ही उक्त मामले की जांच कर बनती कार्रवाई करेंगे।