छप्पड़ में बने चैंबर की दीवार गिरी, मलबे में दबी महिला की मौत
कोट ईसे खां ब्लॉक के गांव कोकरी बैहनीवाल में बनाए जा रहे ट्रीटमेंट प्लांट के आठ फीट गहरे चैंबर में घुसकर सफाई कर रहीं पांच महिलाएं चैंबर की दीवार ध्वस्त होने से मलबे में दब गईं जिससे एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार महिलाएं घायल हो गईं जिनमें से एक को गंभीर हालत में डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, मोगा : कोट ईसे खां ब्लॉक के गांव कोकरी बैहनीवाल में बनाए जा रहे ट्रीटमेंट प्लांट के आठ फीट गहरे चैंबर में घुसकर सफाई कर रहीं पांच महिलाएं चैंबर की दीवार ध्वस्त होने से मलबे में दब गईं, जिससे एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार महिलाएं घायल हो गईं, जिनमें से एक को गंभीर हालत में डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया। मृत एवं घायल महिलाएं मनरेगा योजना के तहत काम कर रही थीं। इस हादसे के बाद देर शाम तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।
जानकारी के अनुसार जिले में भूमिगत जल स्तर इन दिनों खतरनाक स्थिति तक जाने के चलते जिले के छप्पड़ों को खाली कर उनमें से कुछ में सींचेवाल मॉडल पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी को शुद्ध कर जमीन में पहुंचाने का काम चल रहा है तो कुछ को सफाई के बाद रेन वाटर हार्वेस्टिग पांड के रूप में तैयार किया जा रहा है। गांव कोकरी बेहनीवाल में सींचेवाल मॉडल पर आधारित तालाब में चैंबर बनाकर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा था। चारों चैंबरों को आठ फीट गहराई में तैयार कर उनकी दीवारें खड़ी कर दी हैं, प्लास्टर होना बाकी है। मौके पर लगभग 20-22 मजदूर काम कर रहे थे। चैंबर से बाहर मजदूर दीवारों के चारों तरफ मिट्टी भरने का काम कर रहे थे, जबकि पांच महिलाएं चैंबर में आठ फीट नीचे उतरकर सफाई कर रही थीं। ऊपरी सहत से डाली जा रही मिट्टी का दबाव बढ़ने पर एक चैंबर की दीवार ध्वस्त हो गई, जिससे उसमें अंदर काम कर रही पांचों महिलाएं दब गईं।
दोपहर लगभग सवा 12 बजे हुए इस हादसे के बाद मौजूद अन्य मजदूरों व ग्रामीणों ने मलबे में दबी महिलाओं को बाहर निकालने के प्रयास शुरू कर दिए, लगभग एक घंटे के प्रयास में सभी महिलाओं को बाहर निकाल लिया गया, जिसमें 38 वर्षीय रमनदीप कौर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार महिलाओं को मोगा सिविल अस्पताल में लाया गया, जहां से परमजीत कौर की हालत नाजुक होने के कारण उसे डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया, जबकि जसवीर कौर, जसविदर कौर आदि तीन महिलाओं का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना दोपहर सवा बारह बजे की है, लेकिन शाम को साढ़े चार बजे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था, जिससे पीड़ितों में आक्रोश का माहौल है।