कर्ज में डूबे किसान ने दी जान, पांच बेटियों का था पिता
पांच बेटियों व पति की मौत के बाद भाई के पास ही रह रही बहन के बच्चों की कर रहा था परवरिस।
संवाद सहयोगी, मोगा :
पांच बेटियों व पति की मौत के बाद भाई के पास ही रह रही बहन की परवरिश में जब युवा किसान कर्ज में डूब गया तो जिदगी से हार मान ली, उसने कोई जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा गिया। युवा की किसान की मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है, क्योंकि छह साल से लेकर 18 साल की पांच बेटियों की पालन के लिए परिवार में आय का अब कोई दूसरा साधन नहीं है। बेटियों की परवरिश के बाद किसान पहले तो जमीन बेचता गया, लेकिन जो जमीन उसके पास बची थी, उसमें गुजारा मुश्किल हो गया था। पिछले साल फसल अच्छी न होने के कारण कर्ज और ज्यादा बढ़ गया था। थाना मेहना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। ये है मामला
थाना मैहना क्षेत्र के अंतर्गत गांव भिडर खुर्द निवासी 35 वर्षीय दर्शन सिंह पुत्र सरदारा सिंह निवासी भिडर खुर्द के पड़ोसी गुरतेज सिंह ने बताया कि दर्शन सिंह की पांच बेटियां हैं। सबसे छोटी बेटी छह साल की है, जबकि सबसे बड़ी बेटी 18 साल की है। अभी एक भी बेटी की शादी नहीं हुई है। दर्शन सिंह की बहन के पति की मौत के बाद वह भी अपने भाई के पास गांव भिडर में ही रह रही है। उसकी भी दो बेटियां हैं। दर्शन सिंह के पास करीब एक एकड़ खेती योग्य जमीन थी, लेकिन खेती के लिए कर्जा लेकर सात लाख रुपये का वह कर्जदार हो चुका था, कर्जे से मुक्ति पाने के लिए उसने जमीन का वह अधिकतर हिस्सा बेच दिया था, अब उसके पास 6-7 कनाल जगह ही बची थी। पिछले साल फसल अच्छी नहीं हुई तो फसल के लिए लिया कर्जा नहीं चुका सका, उसकी ब्याज लगातार बढ़ती गई, तीन लाख का कर्जा फिर से हो गया था। दर्शन सिंह को कर्जे से मुक्ति का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था।
गुरतेज सिंह ने बताया कि वीरवार की शाम को दर्शन सिंह खेत पर जाने की बात कहकर गया था। देर रात तक वापस नहीं लौटा तो परिवार के लोगों को चिता हुई, उन्होंने दर्शन सिंह की तलाश की तो वह खेत में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। परिवार के लोग उसे मथुरादास सिविल अस्पताल लेकर आए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार दर्शन सिंह ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था, जिस कारण उसकी हालत बिगड़ गई।