मेन बाजार में 130 में से 50 स्टीट लाइटें बंद
शहर के मेन बाजार में लगी स्ट्रीट लाइटें करीब पिछले कई माह से बंद पड़ी हुई हैं जिसके कारण रात को अधेरे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है
संवाद सहयोगी, मोगा : शहर के मेन बाजार में लगी स्ट्रीट लाइटें करीब पिछले कई माह से बंद पड़ी हुई हैं, जिसके कारण रात को अधेरे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहीं रात को अंधेरे का फायदा चोर कई दुकानों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं, लेकिन न तो नगर निगम और न ही किसी स्थानीय नेता ने मेन बाजार में बंद पड़ी ज्यादातर स्ट्रीट लाइटों को चलाने की कोशिश की है। मेन बाजार में करीब 130 स्ट्रीट लाइटे लगी हैं, जिनमें से 50 से ज्यादा बंद हैं।
धीरज मोंगा ने कहा कि पब्लिक फंड से लाखों रुपये खर्च कर भी नगर निगम शहर वासियों को मूलभूत सुविधाएं देने में नाकाम रहा है।
आशिम सिगला ने बताया कि शाम होते ही बाजारों में अंधेरा होने के कारण उन्हें जल्द ही अपनी दुकानें बंद करनी पड़ती है, जिससे उनका कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। गत दिनों उनकी दुकान पर भी चोरी की घटना हो चुकी है। इस संबंधी बाजार के दुकानदारों द्वारा अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन किसी ने भी समस्या पर ध्यान नहीं दिया।
मेन बाजार के दुकानदार मनमोहन सिंह ने बताया कि मेन बाजार में रेलवे फाटक से लेकर सिविल अस्पताल से आगे तक बहुत सी स्ट्रीट लाइटें पिछले कई महीने से बंद बड़ी होने के साथ-साथ बहुत से स्ट्रीट लाइटें खस्ताहाल हो चुकी हैं। बाजार में कई चोरियां हो चुकी हैं।
गड्ढों से होती है परेशानी
पंकज कुमार ने बताया कि मेन बाजार की सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं ऐसे में दिन में तो लोग सड़क पर अपना बचाव कर के गुजरते हैं। लेकिन रात के समय छाए अंधेरे के कारण बहुत से लोगों को गिरकर या ठोकर खाकर हादसों का शिकार होना पड़ता है। स्ट्रीट लाइटों का समान है घटिया : बांसल
सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल ने कहा कि स्ट्रीट लाइट्स के काम में लगे ठेकेदार द्वारा घटिया मैटीरियल का समान प्रयोग किया जा रहा है । जिसके कारण समस्या बनी हुई है। आने वाले दिनों में बाजार में एलईडी लाइट्स लगाई जाने का प्रस्ताव रखा गया है।