आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर यूनियन ने डीसी दफ्तर के सामने बोला हल्ला
संवाद सहयोगी,मोगा : ऑल इंडिया आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स यूनियन ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर
संवाद सहयोगी,मोगा : ऑल इंडिया आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स यूनियन ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के सामने एक दिवसीय हड़ताल की। रोष धरना लगाकर केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस उपरांत डिप्टी कमिश्नर मोगा को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा गया। रोष प्रदर्शन को संबोधित करते जिलाध्यक्ष ¨छदर कौर दुन्नेके, प्रदेश वित्त सचिव गुरचरण कौर मोगा, प्रदेश डिप्टी महासचिव बल¨वदर कौर खोसा ने कहा कि केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी वर्करों, हेल्परों को 43 वर्षों से कम मान भत्ता देकर काम चलाया जा रहा है। इससे उनकी ¨जदगी की मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं होती। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 3 हजार रुपये आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों को दे रही है, लेकिन आगे वर्करों व हेल्परों को सिर्फ 1500 रुपये ही मिलते हैं। उन्होंने कहा कि नवंबर माह में दिल्ली संसद भवन आगे पूरे देश भर की वर्करों, हेल्परों ने रोष धरना लगाकर अपने रोष जाहिर किया था। उन्होंने कहा कि पहले बजट में किसी प्रकार का कोई बढ़ोत्तरी नहीं किया गया। जत्थेबंदी द्वारा लंबा संघर्ष करके प्री नर्सरी चलाने वाले सरकार द्वारा नोटीफिकेशन जारी किया गया था कि तीन से छह वर्ष के बच्चे सेंटरों में वापस भेजे जाए तथा शिक्षा अध्यापक एक घंटा सेंटरों में जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे, लेकिन इस फैसले को लागू नहीं किया गया तथा बच्चे आज तक सेंटरों में वापस नहीं भेजे। यह फैसला शिक्षा विभाग तथा सामाजिक सुरक्षा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तय किया गया था, जिसको लागू किया जाए। इस अवसर पर प्रदेश कमेटी मेंबर सुख¨जदर कौर, जिला वित्त सचिव गुरप्रीत कौर चुगावां, परमजीत कौर चंद नवां, सर्बजीत कौर, राज¨वदर कौर जलालाबाद, चरणजीत कौर धर्मकोट, सुख¨नदर कौर, शरणजीत कौर, संदीप, कुल¨वदर चंद नवां, बल¨वदर चंद नवां, ¨नदर कर, बेअंत डरोली, ¨छदर कौर आदि सदस्य उपस्थित थे।
ये हैं मांगे
-आंगनबाड़ी वर्करों को 18 हजार रुपये तथा हेल्परों को दस हजार रुपये प्रति माह वेतन दिया जाए।
-आंगनबाड़ी वर्करों के भत्तों को बढ़ाया जाए।
-आंगनबाड़ी केंद्रों में राशन दिया जाए।
-आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों से काम दौरान नाजायज कार्य लेने बंद किए जाए।
-आंगनबाड़ी सेंटरों की इमारतों में सुधार लाया जाए।