देर शाम तक गांवों में बैठकें करते रहे किसान नेता
संस, मानसा : कर्ज माफी की पहली जारी सूची में किसानों के बड़े हिस्से को शामिल न किए जाने के
संस, मानसा : कर्ज माफी की पहली जारी सूची में किसानों के बड़े हिस्से को शामिल न किए जाने के फैसले के खिलाफ 7 जनवरी को भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ओर से किए जाने वाले मुजाहरे की तैयारियां पूरी हो चुकी है। किसानों का शनिवार शाम तक मानसा के गांवों में रैलियां व बैठकें करने का सिलसिला जारी रहा। किसान संगठनों के नेता राम ¨सह भैणीबाघा ने बताया कि किसानों में सरकार के खिलाफ भारी रोष है। उन्होंने कहा कि विस चुनाव से पहले कैप्टन अम¨रदर ने पंजाब के किसानों से अपील की थी कि किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्याएं न करें और तीन माह का इंतजार करें। जब मेरी सरकार बनेगी तो किसानों के समूचे कर्ज माफ कर दिए जाएंगे, अफसोस की बात है कि सरकार बने 9 माह से अधिक समय हो गया है पर अभी तक किसान कर्ज मुक्त नहीं हुए। उन्होंने बताया कि पूरे पंजाब में 9 माह में 350 किसानों ने आत्महत्याएं की है, 7 जनवरी को मुख्यमंत्री मानसा आ रहे हैं, इस जिले में कैप्टन अम¨रदर की सरकार बनने के बाद 44 किसान आत्महत्याएं कर चुके है।