शिक्षा सचिव नहीं पहुंचे मानसा, बेरोजगार बीएड अध्यापकों ने धरना लगाकर की नारेबाजी
शिक्षा सचिव 16 नवंबर को एक दिवसीय दौरे पर मानसा आने वाले थे। जिसका विरोध करने का आह्वान टेट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन ने किया हुआ था।
जासं, मानसा : शिक्षा सचिव 16 नवंबर को एक दिवसीय दौरे पर मानसा आने वाले थे। जिसका विरोध करने का आह्वान टेट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन ने किया हुआ था।
शिक्षा सचिव के घेराव को लेकर शनिवार को सुबह बेरोजगार बीएड अध्यापक मानसा के बचत भवन में एकत्रित हुए। लेकिन शिक्षा सचिव शनिवार को मानसा दौरे पर नहीं आए। इस अवसर पर टेट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन ने अपना रोष जताते हुए मानसा के बचत भवन में धरना लगाकर नारेबाजी की। धरने को संबोधन करते हुए सूबा प्रधान सुखविन्दर ढिल्लवां और जिला प्रधान बलकार सिंह मंघाणिया ने कहा कि शिक्षा सचिव का रवैया तानाशाही वाला है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने भर्ती प्रक्रिया का इश्तिहार जारी किया हुआ है। जिसके मुताबिक ग्रेजुएशन में 55 फीसद अंकों वाला उम्मीदवार अप्लाई कर सकता है जो कि उनके साथ धक्केशाही है। क्योंकि पंजाब के लाखों बेरोजगार बीएड अध्यापक ऐसे हैं, जिन्होंने 50 फीसद अंकों की शर्त के साथ बीएड की परीक्षा पास की हुई है, इसी शर्त के साथ टेट भी पास किया है। परन्तु अब सरकार उन पर 55 फीसद अंकों की शर्त लागू कर रही है। जबकि नेशनल टीचर्स कौंसिल के मुताबिक 50 फीसद अंकों की शर्त है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने 55 फीसद से कम अंकों वालों को नौकरी नहीं देनी तो लाखों उम्मीदवारों को बीएड क्यों करवाई। उन्होंने कहा कि बेरोजगार बीएड अध्यापकों ने आठ सितंबर से शिक्षा मंत्री विजय इन्दर सिगला के हलके संगरूर में पक्का मोर्चा लगाया हुआ है, परन्तु अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई, बल्कि बहाने लगाए जा रहे है।
धरने को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में करीब 30 हजार अध्यापक के पद खाली हैं, परन्तु सचिव रेशनेलाइजेशन के द्वारा इनकी कटौती करने में लगा हुआ है।
शनिवार को लगाए धरने के दौरान अरशदीप कौर किशनगढ़, नवजीवन बरनाला, जग्गी जोधपुर, युधजीत बठिडा, गुरदीप मानसा, हरजिन्दर झुनीर, कुलवंत मानसा व हरदीप कौर उपस्थित थे।