महंगाई के खिलाफ भाकियू ने किया रोष प्रदर्शन
प्रतिदिन बढ़ रही महंगाई के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा गांव रामानंदी में केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रगट करते हुए नारेबाजी की गई।
संसू, सरदूलगढ़: प्रतिदिन बढ़ रही महंगाई के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा गांव रामानंदी में केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रगट करते हुए नारेबाजी की गई।
जत्थेबंदी के ब्लाक प्रधान मलकीत सिंह कोटधरमू, मनजीत सिंह खालसा व माता चरन कौर ने कहा कि केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए लोग विरोधी नीतियां बना रही है, जिसके चलते प्रतिदिन महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि खाने पीने वाली वस्तुओं के दाम कम किए जाएं। पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ रही कीमतों को काबू किया जाए। उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि वह एकजूट होकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें। इस अवसर पर प्रधान बूटा सिंह, गुरजंट सिंह, राजू सिंह, बिदर सिंह, जरनैल सिंह, कौर सिंह, रूप सिंह, सीरा सिंह, मजीठा सिंह, सुखजीत कौर, जसपाल कौर, रानी कौर के अलावा अन्य मौजूद थे। ठेका मुलाजिमों ने रोष मार्च निकाल घेरा वित्तमंत्री का दफ्तर ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा (पंजाब) के बैनर तले शुक्रवार को ठेका मुलाजिमों की तरफ से अपने परिवार समेत रोजगार्डन से लेकर वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर तक रोष मोर्चा किया गया। इसके बाद ठेका मुलाजिमों ने वित्तमंत्री के दफ्तर सामने रोष धरना देने के बाद पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वित्तमंत्री के पीए भूपिदर सिंह को मांगपत्र सौंपकर सरकारी विभागों के आउटसोर्स ठेका मुलाजिमों को पक्का करने की मांग की।
इस मौके पर मोर्चा के प्रदेश नेता जगरूप सिंह लेहरा, गुरविदर सिंह पन्नू, वरिदर सिंह बीबीवाला, सेवक सिंह दंदीवाल, जगसीर सिंह भंगू, जगजीत सिंह सिंह भदौड़, हरजिदर सिंह बराड़ ने कहा कि सरकारी थर्मल प्लांट, जल सप्लाई एंड सैनिटेशन, पावरकाम बठिडा, वाटर सप्लाई व सीवरेज बोर्ड समेत आदि विभागों में ठेका प्रणाली, कंपनियां, आउसोर्सिग व केंद्रीय स्कीमों व अन्य कैटेगिरी के जरिए पिछले 15-20 सालों से लगातार सेवाएं दे रहे ठेका मुलाजिमों की तरफ से विभागों में रेगुलर करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के शहर में परिवार समेत पिछले 58 दिनों से पक्का मोर्चा लगाकर संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन पंजाब सरकार की तरफ से ठेका मुलाजिमों के संघर्ष को अनदेखा करके ठेका मुलाजिमो को पक्का करने के मसले पर टालमटोल की नीतियां अपनाई जा रही है।
ठेका कर्मचारियों के संघर्ष के बाद सरकार द्वारा 29 अक्टूबर को कर्मचारियों के रेगुलर करने के लिए गठित कमेटी से बैठक के बाद कार्मिक विभाग ने पत्र क्रमांक 11/28/16-4 पीपी-3/1191 जारी किया। सभी विभागों के प्रमुखों ने 29-10-2021 जारी कर विभागों में कार्यरत सभी श्रेणी के ठेका कर्मचारियों का बायोडाटा 31 अक्टूबर तक कार्मिक विभाग को भेजने का निर्देश दिए थे, लेकिन विभागों के प्रमुखों की तरफ से टाला जा रहा है, जिससे पता चलता है कि विभागाध्यक्षों और पंजाब सरकार की नीयत में खोट है, जिससे सभी विभागों के ठेका कर्मचारियों में भारी रोष है। पंजाब सरकार से मांग कि सभी विभागों का बायोडाटा भिजवाया जाएं। कार्मिक विभाग को ठेका कर्मचारियों की विभागों में सभी सरकारी विभागों के सभी आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों को बिना शर्त नियमित करें, नियमित करने के लिए नए बनाए जा रहे हैं सभी श्रेणी के संविदा कर्मचारियों को अधिनियम में शामिल किया जाए, सभी विभागों की निजीकरण नीति को समाप्त किया जाए।