निजी स्कूल संयुक्त मोर्चा ने स्कूल बंद करने के फैसले की निंदा की
सरकार ने बिना किसी कारण के पंजाब के शिक्षा संस्थान बंद किए हुए हैं।
संसू मानसा: सरकार ने बिना किसी कारण के पंजाब के शिक्षा संस्थान बंद किए हुए हैं। सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों कारण ही दूसरे साल भी स्कूल बंद हैं। शिक्षा विभाग बोर्ड की कक्षा देने वाले 12 लाख विद्यार्थियों को बिना परीक्षा लिए के पास करने की तैयारी कर चुका है। हम इस तरह विद्याथियों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होने देंगे और दस अप्रैल के बाद शिक्षा संस्थानों को खोलने की मांग करते हैं। यह बातें निजी स्कूल संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने रविवार को शहर के द मिलेनियम स्कूल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया।
स्कूल प्रबंधकों ने सरकार पर आरोप लगाए कि जब शराब के ठेके खुले हैं, राजनीतिक पार्टियों की रैलियों में लाखों लोग एकत्र हो रहे हैं, मॉल, सिनेमा घरो और पैलेसों समेत हर चीज खुली हैं। फिर स्कूल बंद क्यों हैं। नेताओं ने कहा कि इसके खिलाफ छह अप्रैल को मानसा का एक बड़ा रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शन में निजी और सरकारी स्कूलों की अध्यापक संगठन, माता-पिता, विद्यार्थी, वैन चालक, समूह किसान यूनियनों समेत अन्य संगठन भाग लेंगे। यदि सरकार आठ अप्रैल की मीटिग में 12 अप्रैल से स्कूल फिर चालू करने का एलान नहीं करती तो गुस्सा ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद रहने से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। इस पर मौके फेडरेशन के जिला प्रधान पवन कुमार मती, रासा के जिला प्रधान जसविदर सिंह जौड़किया, हरदीप सिंह जटाना, ज्वाइंट एक्शन फ्रंट के मनदीप सिंह सरदूलगढ़, पीपीएसओ के संतोख कुमार, सर्बजीत सिंह सिद्धू, हरविदर सिंह माखा, अर्पित चौधरी, गगनदीप मत्ती आदि मौजूद थे।