किसानों ने रोष मार्च कर कर्ज माफी केआवेदन पंजाब सरकार को भेजे
डीसी दफ्तर समक्ष पंजाब किसान यूनियन के नेतृत्व में हजारों किसानों ने एकत्र
संवाद सहयोगी, मानसा : डीसी दफ्तर समक्ष पंजाब किसान यूनियन के नेतृत्व में हजारों किसानों ने एकत्र होकर दो मिनट का मौन धारण करके खुदकुशी कर चुके किसानों को श्रद्धांजलि भेंट की और पंजाब सरकार के नाम पर कर्ज खत्म करने के लिए हजारों आवेदनपत्र जिला प्रशासन के द्वारा मुख्य मंत्री पंजाब को भेजे गए।
पंजाब सरकार के नाम भेजने के लिए हजारों आवेदनपत्र हाथों में लेकर जिला कचेहरी में पहुंचे किसानों को संबोधन करते आल इंडिया किसान महा सभा के सचिव पुरुषोत्तम शर्मा और पंजाब किसान यूनियन के सूबा प्रधान रुलदू ¨सह मानसा ने कहा कि कर्ज के कारण खुदकुशी कर चुके किसान किसानी संकट के लिए शहीद हुए हैं जिसके लिए विधान सभा में श्रद्धांजलि भेंट की जानी चाहिए और उनके परिवारों को सरकार द्वारा विशेष सुविधाएं देनी चहिए।
सीपीआई(एमएल) लिबरेशन केंद्रीय समिति मेंबर कामरेड राजविंदर राणा और पंजाब किसान यूनियन के सूबा सचिव गुरनाम ¨सह भीखी ने कहा कि जत्थेबंदी की तरफ से 21 दिन से यहां पर मोर्चा लगाया गया है, परन्तु सरकार ने अभी किसानों की कोई मांग नहीं सुनी है।
28 फरवरी को दी तीखे एक्शन की चेतावनी
सूबा प्रेस सचिव एडवोकेट बलकरन ¨सह बल्ली, जिला प्रधान भोला ¨सह समाओ और जिला महा-सचिव सुरजीत ¨सह कोट धरमू ने कहा कि पंजाब सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से पेश किये जा रहे बजट में से किसानों-मजदूरों को बनता हिस्सा दिया जाये। जलसा दौरान ऐलान किया गया कि अगर सरकार ने किसानों की उक्त मांगों न मानी तो 28 फरवरी को तीखा एक्शन किया जायेगा।
इस मौके नछत्तर खीवा, रामफल ¨सह चक्क अलीशेर, जसवीर कौर नत्त, बंत ¨सह बरनाला, मोहण ¨सह रूड़ेके, बलराज ¨सह गुरूसर, गुरतेज ¨सह हरीनौ, स्वर्न ¨सह, सुखदेव लेहल कला, साधु ¨सह बुर्ज ढिल्लवां, हरजिंदर ¨सह मानशाहिया, करनैल ¨सह मानसा, किरपाल ¨सह बीर, हाकम ¨सह झुनीर, गुरचरन ¨सह कोट धरमूं, स्वर्न ¨सह बोड़ावाल, अमरीक ¨सह कोट धरमूं, पंजाब ¨सह अकलिया, गुरतेज ¨सह बरे, करनैल ¨सह खीवा आदि मौजूद थे।