--कॉपी--कर्ज के चलते किसान ने लगाया फंदा, मौत
मालवा पट्टी में किसानों की खुदकशी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रही है। वीरवार को मानसा के गांव उडत भगतराम इलाके में 42 वर्षीय किसान बसंत ¨सह ने गले में फंदा लगाकर खुदकशी कर ली।
-चार लाख बैंक का कर्ज और दो लाख का कर्ज आढ़ती का था अमरजीत माखा, मानसा : मालवा पट्टी में किसानों की खुदकशी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रही है। वीरवार को मानसा के गांव उडत भगतराम इलाके में 42 वर्षीय किसान बसंत ¨सह ने गले में फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। उसपर करीब 6 लाख रुपए का कर्ज था। बसंत के पास 4 एकड़ जमीन है, जिसमें से 3 कनाल कर्ज के चलते बेचनी पड़ी। इसके बावजूद उसका कर्ज नहीं उतर पाया। इसी परेशानी के चलते उसने खुदकशी कर ली। बसंत के ऊपर चार लाख रुपए बैंक का और दो लाख रुपए के करीब आढ़तिए का कर्ज था। बसंत के परिवार में उसकी पत्नी और एक 14 वर्षीय पुत्र है। किसान नेताओं ने पंजाब सरकार से पीड़ित परिवार की आíथक मदद और कर्ज माफी की गुहार लगाई है। थाना कोट धरमू की पुलिस ने मृतक किसान का शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया गया। एएसआई बलदेव ¨सह ने बताया कि बसंत ¨सह के भाई ने उन्हें बयान दर्ज करवाया है कि उसका भाई कर्ज से परेशान था। इस कारण उसने घर पर खुदकशी कर ली। -बैंक से आ रहे थे फोन उत्तम सिंह
मृतक के भाई उत्तम ¨सह ने बताया कि बैंक वाले अपना कर्जा लेने के लिए बसंत ¨सह को बार-बार फोन कर रहे थे, इस कारण उसका भाई परेशानी में था। तनाव दूर करने के वह शराब भी पीने लगा था। किसान नेताओं ने बताया कि बसंत ¨सह मेहनती किसान था। 6 लाख रुपए का कर्ज होने के कारण वह परेशानी में था।
-10 लाख मुआवजा और बेटे को नौकरी दे सरकार - किसान यूनियन
भारतीय किसान यूनियन उग्राहा के नेताओ राम ¨सह व मलकीत ¨सह ने पंजाब सरकार को कर्ज माफी पर किए जा रहे दावे पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि सरकार किसानों की खुदकुशी रोकने में नाकाम हुई है। इस मामले में सरकार मृतक किसान के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा और उसके बेटे को सरकारी नौकरी दे।