धान की फसल बेचने आए सैकड़ो किसानों ने दीवाली की रात मंडियों में गुजारी
किसानों को दीवाली की रात भी धान की फसल न बिकने के चलते मंडियों में ही गुजारनी पड़ी है।
हरजीत सिंह जोगा जोगा,
पंजाब सरकार की तरफ से धान की खरीद संबंधी किसानों को किसी भी तरह की मुश्किल न आने देने के दावे किये जा रहे हैं, परन्तु किसानों को दीवाली की रात भी धान की फसल न बिकने के चलते मंडियों में ही गुजारनी पड़ी है।
क्षेत्र की अनाज मंडियां धान की फसल से भरी पड़ी हैं और किसान अपनी फसल बिकने के इंतजार में पिछले 7-8 दिनों से धान की ढेरियों पर रातें गुजारने के लिए मजबूर हैं। कस्बा जोगा की अनाज मंडी में पिछले एक हफ्ते से बैठे किसानों ने भरे मन से बताया कि दीवाली की रात घर में उनके बच्चे इन्तजार रहे थे कि घर का मुखीया धान की फसल बेच कर घर में मिठाईयां, पटाखे व अन्य समान ले कर आएगा। परन्तु बच्चों के पल्ले मायूसी ही पड़ी, क्योंकि धान की बोली न लगने से घर के मुखिया को भी दीवाली की रात अपने घर जाना नसीब नहीं हुआ।
कस्बा जोगा की अनाज मंडी में पिछले आठ दिनों से बैठे हरविन्दर सिंह, बिक्कर सिंह और गुरजीत सिंह ने बताया कि उन को उम्मीद थी कि इस बार वह धान की फसल बेच कर दीवाली की रात अपने घर में बच्चों और परिवार के साथ गुजारेगा, परन्तु उन की इच्छाएं मन में दबी रह गई।
मंडी में बैठे अन्य कई किसानों ने बताया कि शनिवार और रविवार दीवाली वाले दिन कोई भी अधिकारी मंडी में नहीं आया और वह अपनी फसल बेचने के लिए पिछले कई दिनों से मंडी में धान की बोरियों पर सो कर रातें गुजारने के लिए मजबूर हैं।