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बाबा मोती राम मेहरा पार्क में नहीं सिख इतिहास

पंजाब सरकार की तरफ से भले ही 570 लाख रुपए के साथ गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के ठंडे बुर्ज के साथ बाबा मोती राम मेहरा जी का विशाल यादगारी पार्क बनाकर तैयार कर दिया गया है, लेकिन बाबा मोती राम मेहरा के सिख धर्म में दिए अनूठे योगदान तथा उनके परिवार द्वारा दी गई कुर्बानी का कहीं उल्लेख नहीं किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 07:53 PM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 07:53 PM (IST)
बाबा मोती राम मेहरा पार्क में नहीं सिख इतिहास
बाबा मोती राम मेहरा पार्क में नहीं सिख इतिहास

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब :

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पंजाब सरकार की तरफ से भले ही 570 लाख रुपए के साथ गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के ठंडे बुर्ज के साथ बाबा मोती राम मेहरा जी का विशाल यादगारी पार्क बनाकर तैयार कर दिया गया है, लेकिन बाबा मोती राम मेहरा के सिख धर्म में दिए अनूठे योगदान तथा उनके परिवार द्वारा दी गई कुर्बानी का कहीं उल्लेख नहीं किया गया है। यह बात तब सामने आई जब बाबा मोती राम मेहरा ट्रस्ट का एक वफ्द इस यादगार को देखने और समीक्षा करने आया। ट्रस्ट के वाइस चेयरमैन जय किशन कश्यप और सदस्य जसवंत ¨सह ने बताया कि प्रेमी युगल पार्क में बैखोफ बैठे नजर आए। वफद ने जब नौजवानों के साथ शहीदी स्मारक की बात की तो उन्होंने इसे मात्र पार्क की संज्ञा दे दी। -प्रेमी युगलों ने बनाया पार्क को अड्डा

पार्क का सिर्फ उद्घाटन होना बाकी है, लेकिन प्रेमी युगलों ने अपनी मौज मस्ती के लिए अभी से इसे अपना अड्डा बना लिया है। प्रेमी युगल पार्क में घंटों टाइम बिता रहे हैं जिससे बाबा मोती राम मेहरा जी के वंशज की भावना को भी चोट पहुंच रही है।

जब ट्रस्ट के चेयरमैन निर्मल ¨सह के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि अकाली सरकार ने इस पार्क के निर्माण से पहले इसमें पूरी धार्मिक दिख प्रदान करने का वचन दिया था। इसके बाद सरकार बदली और कांग्रेस सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर पार्क तो सुंदर तो बना दिया, लेकिन कहीं भी इसमें धार्मिक महत्व का नामो निशान नहीं है जो बड़े दुख की बात है। इस यादगार के लिए न कोई गेट और न ही साइन बोर्ड लगाया गया है। जिक्र करने योग्य है कि डीसी शिवदुलार ¨सह ढिल्लो ने पार्क का कामकाज देख रहे अधिकारियों को यहां बाबा जी के सिख धर्म के प्रति दिए योगदान तथा गुरु जी के छोटे साहिबजादों व माता गुजरी की शहादत का इतिहास को प्रदर्शित करने के आदेश महीना पहले दिए थे।

-असल मकसद के बाद ही किया जाए उद्घाटन : निर्मल ¨सह ट्रस्ट के चेयरमैन निर्मल ¨सह ंने पंजाब सरकार से मांग की कि बाबा जी की यादगार को पार्क न बनाकर इसको असल मकसद के बाद ही इसका उद्घाटन किया जाए ताकि संगत बाबा मोती राम मेहरा जी की कुर्बानी भरे इतिहास से अवगत हो सके7

-एसजीपीसी भी कर चुकी है मांग शहीदी सभा को लेकर कुछ दिन पहले हुई बैठक में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य करनैल ¨सह पंजोली, अवतार ¨सह रया तथा र¨वदर ¨सह खालसा शहीदी सभा से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह द्वारा इस पार्क के उद्घाटन के समय होने वाले समारोह को निरोल धार्मिक तथा सियासत से दूर रखने की मांग कर चुके हैं।


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