सरकार मुआवजा देगी तभी करेंगे शव का अंतिम संस्कार
मानसा : सड़क हादसे में मृतक मानसा जिले के दो किसानों के परिजनों को मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने डीसी दफ्तर के दफ्तर के सामने तीसरे दिन यानी शनिवार को भी धरना दिया।
संवाद सहयोगी, मानसा : सड़क हादसे में मृतक मानसा जिले के दो किसानों के परिजनों को मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने डीसी दफ्तर के दफ्तर के सामने तीसरे दिन यानी शनिवार को भी धरना दिया। जत्थेबंदियों ने रोष धरने के दौरान सिरसा बरनाला सड़क पर रेलवे पुल पर धरना लगाकर यातायात बंद कर दिया। यह धरना दो घंटे तक जारी रखा। मृतक किसानों का शव अभी भी पटियाला के रा¨जदरा अस्पातल के फ्रीजर में है। जत्थेबंदियों का कहना है कि मृतक किसानों के परिजनों को जब तक मुआवजा के साथ उनके एक सदस्य को नौकरी नहीं दी जाएगी, तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग को नही मान लेती मृतक किसानों का संस्कार नही किया जाएगा। विदित हो कि विगत दिनों चंडीगढ़ किसान रैली वापस आ रहे मानसा जिले के दो किसानों की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जबकि चार घायल हो गए थे।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा के जिला प्रधान राम ¨सह भैणीबाघा ने कहा कि जत्थेबंदी की ओर से सड़क हादसे मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई जवाब नही आया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार को किसानों की मांग को पूरा करना चाहिए। अगर सरकार ने किसानों की मांग को अनदेखा किया तो कड़ा संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने मांग करते कहा कि मृतक किसानों के परिवार को दस-दस लाख रुपये मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी व कर्ज माफ किया जाए और घायलों का उपचार सरकारी खर्च पर किया जाए और एक लाख व एक लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग को नही मान लेती मृतक किसानों का संस्कार नही किया जाएगा। इस अवसर पर म¨हदर ¨सह रुमाणा,जो¨गदर ¨सह,डकौंदा के जिला प्रधान म¨हदर ¨सह ,मक्खन ¨सह,लक्षमण ¨सह के अलावा अन्य मौजूद थे ।