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पराली जलाए बिना बोई गेहूं में लगी सूंडी, किसानों ने कृषि कार्यालय का घेराव कर मांगा मुआवजा

इलाके के कुछ किसानों ने बिना पराली जलाए गेहूं की फसल बोई थी लेकिन अब गेहूं की फसल में सूंडी लग गई जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 05:18 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 05:18 PM (IST)
पराली जलाए बिना बोई गेहूं में लगी सूंडी, किसानों ने कृषि कार्यालय का घेराव कर मांगा मुआवजा

जासं, मानसा : इलाके के कुछ किसानों ने बिना पराली जलाए गेहूं की फसल बोई थी, लेकिन अब गेहूं की फसल में सूंडी लग गई, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग उनकी खराब हुई गेहूं की फसल की सांभ-संभाल नहीं कर रहा है। जिसके विरोध में सोमवार को सैंकडों किसानों ने भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में मानसा के मुख्य कृषि कार्यालय के सामने रोष धरना लगाया।

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इस मौके पर किसानों ने कृषि विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने में शामिल हुए जत्थेबंदी के जिला प्रधान राम सिंह भैनीबाघा ने कहा कि कृषि विभाग की हिदायतों के अनुसार किसानों ने बिना पराली जलाए गेहूं की फसल बोई थी लेकिन अब उनकी गेहूं की फसल में सूंडी लगे गई है। उन्होंने कहा कि उक्त समस्या को लेकर किसान कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों के पास भी गए, मगर विभाग के पास कोई ठोस जवाब नहीं है। उन्होंने बताया कि भूपाल, दलेल सिंह वाला, दोदड़ा, भादड़ा में सैंकड़ों एकड़ फसले सूंडी से खराब हो चुकी है। धरने में मौजूद इन्द्रजीत सिंह झब्बर ने कहा कि कृषि विभाग किसानों को फ्री कीटनाशक दवाएं उपलब्ध करवाए और फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा जारी करें। इस मौके पर महेंदर सिंह रोमाना, जगदेव सिंह भैनीबाघा, हरिंदर सिंह टोनी, बिट्टू खोखर खुर्द, भान सिंह बरनाला, साधु सिंह अलीशेर व भोला सिंह माखा उपस्थित थे।


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